पहले से आधुनिक और घातक जेट,
Tejas Mk1A की पहली उड़ान सफल
तेजस एमके-1ए की पहली
उड़ान सफल रही है.
डिजिटल फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (DFCC) को इस विमान में लगाया गया है.
DFCC से फाइटर जेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियंत्रित किया जाता है, जिससे विमान संतुलित और सुरक्षित रहता है.
इस उड़ान में रडार, एलिवेटर, एलिरॉन, फ्लैप्स और इंजन का नियंत्रण इलेक्ट्रॉनिकली होता है.
तेजस एमके-1ए में DFCC Mk-1A, SMFD, AESA रडार जैसी कई आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं.
तेजस को राजस्थान के नाल एयरबेस पर तैनात करने की संभावना है.
भारतीय वायु सेना ने ₹65 हजार करोड़ में 97 और LCA मार्क 1A फाइटर जेट की खरीद को मंजूरी भी दे दी है.