Aditya-L1 ने कैप्चर किया सबसे बड़ा सौर तूफान, अब आगे क्या?
सूरज में विशालकाय सौर तूफान और सौर लहरों के कारण धरती पर रेडियो ब्लैकआउट्स हो सकता है.
ISRO के आदित्य-एल1 स्पेसक्राफ्ट ने भारत और उसके आसपास के सौर तूफान का अवलोकन किया.
नासा और NOAA भी इसरो के अवलोकन को पुष्टि की है.
सूरज के धब्बों में विस्फोट के
कारण धरती पर नॉर्दन लाइट्स
देखने को मिलीं.
सूरज की तीव्र सौर लहरों से धरती के उत्तरी ध्रुव वाले इलाके में वायुमंडल सुपरचार्ज हो गया.
सूरज के धब्बे गर्मी कम होने से बनते हैं और ये धरती पर असर डाल सकते हैं.
इन दिनों सूरज काफी सक्रिय है और आने वाले 8 सालों में और भी सौर तूफानों की संभावना है.
इन दिनों सूरज काफी सक्रिय है और आने वाले 8 सालों में और भी सौर तूफानों की संभावना है.