Bangladesh Violence: बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत कई शहरों में एक बार फिर से बवाल शुरू हो गया है. रविवार को पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ छात्र प्रदर्शनकारियों की हिंसक झड़प में 93 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया. इस बीच पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया. यह कर्फ्यू अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा.
भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह
पिछले महीने हुए विरोध प्रदर्शन के बाद यह पहली बार है जब सरकार ने ऐसा कदम उठाया है. इस बीच भारतीय अधिकारियों ने नागरिकों से अस्थिर स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है. जनवरी में लगातार चौथी बार सत्ता में लौटीं शेख हसीना के लिए विरोध प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती बन गया है. हसीना 15 साल से बांग्लादेश पर शासन कर रही हैं. हसीना की सरकार गिरने के कगार पर है. प्रदर्शनकारियों ने पीएम से इस्तीफे की मांग की है. बता दें कि बांग्लादेश हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. पिछले महीने भीड़ ने एक पुलिस वाले की बुरी तरह हत्या कर दी थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.
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शाहबाग चौक पर एकत्र हुए थे प्रदर्शनकारी
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को प्रदर्शनकारियों ने ढाका के केंद्रीय शाहबाग चौक पर एकत्र हुए. इसके बाद कई सड़कों राजमार्गो को बंद कर दिया. पुलिस के साथ झड़प की. इस बीच बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने प्रदर्शनकारियों को रविवार को काम पर न आने का आग्रह किया है. प्रदर्शनकारी नेताओं ने आंदोलनकारियों से बांस की छड़ियों से लैस होने को कहा था. सरकार ने ताजा विरोध प्रदर्शन के बाद हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. बांग्लादेशी अखबार द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल फोन ऑपरेटरों के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें 4जी सेवाएं बंद करने का निर्देश मिला है.