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पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षित रायपुर लौटे 11 लोग, चश्मदीदों ने भागकर बचाई अपनी जान, बताई आपबीती

Pahalgam Terror Attack

रायपुर लौट कश्मीर में फंसे लोग

Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घूमने आए पर्यटकों को आंतकियों ने अपने निशाने पर ले लिया. आतंकियों ने पर्यटकों से धर्म पूछा और गोली मार दी… इस हमले में 28 बेगुनाहों की मौत हो गई. पहलगाम में आतंकी हमले के डर और खौफ के बीच कई पर्यटक फंसे रहे. जिसमें छत्तीसगढ़ के चिरमिरी के 11 लोग भी शामिल थे. जो आज सुरक्षित रायपुर लौटे है. चश्मदीदों ने आतंकी हमले की कहानी बताई है.

रायपुर लौटे कश्मीर में फंसे 11 लोग

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में फंसे 11 लोग रायपुर लौटे. सभी चिरमिरी के रहने वाले हैं. वापस आए चश्मदीदों ने अपनी आप बीती बताई है. उन्होंने बताया कि कलमा पढ़ने बोला जा रहा था. उन्होंने जंगलों में भागकर अपनी जान बचाई है.

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जंगलों में भागकर चश्मदीदों ने बचाई जान

कश्मीर से लौटे चश्मदीदों ने बताया कि आतंकी नॉर्मल ड्रेसअप में आए थे, हमने जैसे ही गोलियों की आवाज सुनी हम नीचे बैठ गए. मेरे साथ कुछ और सैलानी भी थी, उन्होंने एक को मारा उसके बाद वह सीधे मेरे पास आ गए. मैं कश्मीर और टोपी पहना था लेटा था और मुझसे कहा कि कलमा पढ़ो मैंने कुछ नहीं बोला मैं चुप रहा. मेरे हाथ में मेरा बच्च भी था. उसके बाद वह मेरे पीछे एक अंकल के पास गया और उन्हें भी कलमा पढ़ने के लिए कहा लेकिन वह नहीं पढ़ पाए तो उन्हें गोली मार दी.

उन्होंने आगे बताया कि जब वह पेड़ के पीछे गए उसके बाद हम लोग मौका देखकर भागने लगे. हम जगलों से भागते-भागते नीचे पहुंचे और फिर जाकर वहां के लोगों को जानकारी दी.

फरिश्ता बने नजाकत

बता दें कि प्रदेश BJP युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अरविंद अग्रवाल अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे. आतंकी हमले के दौरान वह भी पहलगाम में मौजूद थे. उन्होंने अपने परिवार और उनके साथ मौजूद चिरमिरी के कुल 11 लोगों को बचाने का श्रेय कश्मीरी गाइड नजाकत अहमद शाह को दिया है.

अरविंद अग्रवाल ने हमले वाले दिन जो-जो हुआ वह सब बताया. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया- ‘सब कुछ शांतिपूर्ण था और मैं फोटो खींच रहा था. जब अचानक गोलीबारी शुरू हुई तो मेरी चार साल की बेटी और पत्नी मुझसे थोड़ी दूर थे. मेरे गाइड नजाकत उनके साथ थे और एक और जोड़ा और उनका बच्चा भी था.

पहलगाम आतंकी हमला

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बना लिया. इस हमले में 28 बेगुनाहों की मौत हुई है. मृतकों में नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, दो स्थानीय समेत अलग-अलग राज्यों से पहुंचे टूरिस्ट शामिल हैं. बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं.

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