Naxali Encounter: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के जवानों को लगातार एक के एक बाद बड़ी सफलता मिल रही है. हाल ही में नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में जवानों ने 3.60 करोड़ रुपए के इनामी 2 CC मेंबर कोसा और विकल्प को ढेर कर दिया. दोनों पर 1.8-1.8 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था. मुठभेड़ के बाद मौके से 1 एके-47 राइफल, 1 इंसास राइफल और 1 बीजीएल लॉन्चर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली साहित्य और अन्य सामग्री बरामद की है. इस सफलता को पाने के लिए सैकड़ों की संख्या में जवानों ने बिना रुके 48 घंटे तक ऑपरेशन चलाया. जवानों ने पैदल चलकर 5000 वर्ग KM चलकर ऑपरेशन पूरा किया.
48 घंटे और 5000 वर्ग KM का जंगल…
नारायणपुर पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया ने बताया कि 20 सितंबर 2025 को जवान सर्च अभियान पर निकले थे. छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र अंतरराज्यीय सीमा पर कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कादरी सत्यनारायण रेड्डी सहित दर्जनों नक्सलियों के मूवमेंट की जानकारी मिली थी. इसी जानकारी के आधार पर जवान ऑपरेशन पर थे. 48 घंटे तक जवान पैदल चलते रहे. 22 सितंबर को अबूझमाड़ के जंगलों में फरसबेड़ा और तोयमेटा के जंगल पहाड़ के पास नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया. इसके जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की.
उन्होंने आगे बतायाअबूझमाड़ लगभग 5000 वर्ग KM क्षेत्र में फैला हुआ है, जो नारायणपुर, बीजापुर, कांकेर और दंतेवाड़ा जिलों में स्थित है. यह अत्यधिक कठिन और ऊबड़-खाबड़ इलाका है, जिसमें घने जंगल माओवादियों के सशस्त्र दस्तों एवं माओवादियों के शीर्ष नेतृत्व के लिए सुरक्षित ठिकाने व आश्रय स्थली प्रदान करते हैं.
कोसा और विकल्प ढेर
इस मुठभेड़ में दो हार्डकोर नक्सली CC मेंबर कोसा और विकल्प ढेर हो गए. दोनों पर 1.8-1.8 करोड़ रुपए का इनाम था. केंद्रीय समिति के दोनों सदस्य राजू दादा (विकल्प) और कोसा दादा पिछले तीन दशकों से दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति में सक्रिय थे. दोनों अनेक हिंसक घटनाओं के मास्टरमाइंड रहे हैं, जिनमें कई जवान शहीद हुए और निर्दोष नागरिकों की जानें गईं.
कौन था विकल्प?
कट्टा रामचंद्र रेड्डी उर्फ राजू दादा उर्फ गुड़सा उसेंडी उर्फ विजय उर्फ विकल्प की उम्र 63 साल थी. वह करीमनगर, तेलंगाना का रहने वाला था. उसके पास साल 2005 से वर्ष 2008 तक लीगल और अर्बन कोऑर्डिनेटर एवं अन्य दायित्व था. इसके बाद साल 2008-2019 तक पूर्व बस्तर डिवीजन प्रभारी & उत्तर सब जोनल ब्यूरो सचिव रहा. साल 2019 से अब तक दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीके एसजेडसी ) सचिव था. इसके अलावा केंद्रीय समिति सदस्य और सेंट्रल रिजनल ब्यूरो (सीआरबी) सदस्य था. उस पर कुल 1 करोड़ 80 लाख (छत्तीसगढ़ राज्य – 40 लाख, मध्य प्रदेश- 15 लाख, ओडिशा – 25 लाख, तेलंगाना राज्य – 25 लाख, आंध्रप्रदेश- 25 लाख और महराष्ट – 50 लाख ) रुपए का इनाम था.
कट्टा रामचंद्र रेड्डी से जुड़े प्रमुख हमले
- साल 2009 में जिला नारायणपुर के थाना धौडाई क्षेत्रांतर्गत ग्राम महराबेड़ा ऐम्बुश में सीआरपीएफ के 27 जवान शहीद
- साल 2011 – ग्राम कन्हारगांव से बुकिनतोर में पुलिया को ब्लास्ट कर 04 जवान शहीद
- साल 2020 – जिला सुकमा के जोनागुडेम में एंबुश – 22 जवान शहीद, हथियार लूटे
- साल 2022 – जिला सुकमा के ग्राम टेकलगुडा में 22 जवान शहीद
कौन था कोसा?
कोसा दाद उर्फ कादरी सत्यनारायण रेड्डी उर्फ गोपन्ना उर्फ बुचन्ना 67 साल का था. वह मूल रूप से गोपालरावपल्ली सिरसिल्ला, करीमनगर , तेलंगाना का रहने वाला था. वह 1980 से डीके एसजेडसी की सदस्य था. साल 2001 से 2011 तक डीके एसजेडसी सचिव था. साल 2011-2022 पश्चिमी सब ज़ोनल ब्यूरो प्रभारी एवं अन्य दायित्व थे. साल 2023 से माड़ डिवीजन कमांड इंचार्ज था. वर्तमान में वह उत्तर रीजनल कमेटी इंचार्ज था. इसके अलावा केंद्रीय समिति सदस्य और सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) सदस्य था. कोसा पर भी कुल 1 करोड़ 80 लाख (छत्तीसगढ़ राज्य – 40 लाख, मध्यप्रदेश- 15 लाख, ओडिशा – 25 लाख, तेलंगाना राज्य – 25 लाख, आंध्र प्रदेश- 25 लाख और महाराष्ट्र – 50 लाख ) रुपए का इनाम घोषित था.
कादरी सत्यनारायण रेड्डी से जुड़े प्रमुख हमले
- साल 2006-07 में ग्राम कच्चापाल में जन अदालत लगाकर 06 ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा
- साल 2009 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के मरकाटोला एंबुश में 17 जवान शहीद
- साल 2009 में जिला राजनांदगांव के मदनवाड़ा एंबुश में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सहित 27 जवान शहीद
- साल 2018 में जिला नारायणपुर के छोटे डोंगर थाना क्षेत्रांतर्गत इरपानार एंबुश में 04 जवान शहीद, 11 जवान घायल
