CG News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में विस्तार न्यूज़ की खबर का बड़ा असर हुआ है. लखनपुर क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत लब्जी गांव में प्रशासन टीम की ओर से पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को राशन दिलाया गया है. साथ ही राशन कार्ड से जुड़ी कई खामियां भी उजागर हुई हैं.
दो महीने से राशन के लिए थे परेशान
दरअसल, लब्जी गांव के पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को पिछले दो महीने से सरकारी दुकान से राशन नहीं मिल रहा था. इसके बाद विस्तार न्यूज़ ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए और शुक्रवार को अधिकारियों की टीम गांव में पहुंची, जहां पर राशन दुकान खुलवाकर पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को राशन दिलाया गया. इस दौरान जनजाति के लोगों ने बताया कि उन्हें चावल नहीं दिया जा रहा था और उनके हक का चावल राशन दुकानदार के द्वारा हड़प लिया जा रहा था.
राशन मिलने के बाद पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों में खुशी का माहौल देखने को मिला. यहां तक की पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों ने विस्तार न्यूज़ का धन्यवाद भी किया.
फर्जी राशन कार्ड से बड़ा घोटाला
इस दौरान जब फूड इंस्पेक्टर सतपाल सिंह, नायब तहसीलदार सर्वेश पटेल जांच के लिए पहुंचे, तब यह भी पता चला कि 17 राशन कार्ड ऐसे हैं जो फर्जी हैं. पिछले कई महीने से फर्जी राशन कार्ड के नाम पर यहां ऑफ लाइन सिस्टम होने की वजह से राशन दुकानदार द्वारा राशन घोटाला किया जा रहा है. लोगों ने बताया कि उन्हें दो माह से राशन नहीं दिया जा रहा था. वहीं आधा किलो शक़्कर दी जा रही थी और 17 रुपये किलो की शक़्कर 20 रूपये किलो में दी जा रही था.
घटिया चावल का भी हुआ खुलासा
दूसरी तरफ, पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को घटिया चावल बांटने का भी खुलासा हुआ. पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को जो चावल दिया जा रहा था. उसकी क्वालिटी जब देखी गई तब सामने आया कि चावल इतना घटिया है कि वह खाने लायक ही नहीं है. अधिकारी खुद चावल को देखकर कहने लगे कि ऐसे चावल को हम भी नहीं खा पाएंगे.
मौके पर पहुंचे फूड इंस्पेक्टर और नायब तहसीलदार ने बताया कि वाकई में यह चावल खाने लायक नहीं है और वो घटिया चावल को लेकर नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों से बात करेंगे और अपने जांच में इसे भी शामिल करेंगे.
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स्थानीय लोगों का भी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और राशन घोटाला करने वाले जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. फर्जी राशन कार्ड से लाखों का राशन हजम करने के मामले में अफसर कार्रवाई के मूड में नहीं हैं और राशन दुकानदार को बचाते हुए दिख रहे हैं.
