CG News: नवा रायपुर स्थित केंद्री स्टेशन के निर्माण को लेकर रायपुर रेल मंडल के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड की ओर से मंजूरी मिल गई है. नवा रायपुर के केंद्री स्टेशन को अब राजधानी रायपुर की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा. इस स्टेशन पर 9 प्लेटफार्म बनाए जाएंगे. साथ ही ट्रेनों के रखरखाव और मरम्मत के लिए 1500 करोड़ की लागत से 60 एकड़ में नई वाशिंग और पिट लाइन बनेगी. जिससे ये रायपुर का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन होगा.
दरअसल, रायपुर स्टेशन पर ट्रेनों के बढ़ते दबाव के मद्देनजर रायपुर मंडल ने रेलवे बोर्ड को केंद्री स्टेशन का प्रस्ताव बनाकर भेजा था. जिसे हरी झंडी मिल गई है. बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद अब रेलवे NRDA (नवा रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी) से केंद्री स्टेशन के पास 60 एकड़ जमीन खरीदेगा. इसके बाद स्टेशन को डेवलप करने का काम शुरू होगा.
कैसा होगा नया रेलवे स्टेशन?
केंद्री स्टेशन पर 9 प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे. इसमें 1 होम प्लेटफार्म और 4 आइलैंड प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे. इसके साथ ही 5 पिट लाइन, 5 स्टेबलिंग लाइन, 4 इंटरमीडिएट ओवरहालिंग लाइन, 4 मैकेनिकल लाइन और 3 शंटिंग नेक बनाई जाएगी. इसके साथ ही यहां वाशिंग लाइन भी बनाई जाएगी.
नई ट्रेनें होंगी शुरू
केंद्री स्टेशन के विकास होने के बाद इस रूट को सीधे मुंबई, कोलकाता और विशाखापट्टनम से जोड़ा जाएगा. जिसके बाद यहां से नई ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा. वर्तमान में रायपुर रेल मंडल के अंतर्गत लंबी दूरी तय करने वाली करीब 12 ट्रेनें संचालित हो रही हैं. वाशिंग लाइन छोटी होने की वजह से कई मार्ग पर नई ट्रेनों का संचालन नहीं हो पा रहा है.
ट्रेनों की प्राइमरी जांच होगी आसान
फिलहाल ट्रेनों का परीक्षण दुर्ग में ही होता है. केंद्री स्टेशन के विकास के बाद रायपुर-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस, दुर्ग-जम्मू तवी, दुर्ग-निजामुद्दीन, दुर्ग-गोरखपुर, दुर्ग-कानपुर, दुर्ग-भोपाल, दुर्ग-जयपुर, दुर्ग-अजमेर, दुर्ग-दल्ली राजहरा एक्सप्रेस का परीक्षण रायपुर में ही हो सकेगा. वहीं अभी इन ट्रेनों की जांच में 6 घंटे लगते हैं, इसके बाद समय की भी बचत होगी.
एक साथ 30 ट्रेनों की हाेगी धुलाई और मरम्मत
नवा रायपुर स्थित केंद्री स्टेशन में वाशिंग लाइन बनाने की भी योजना है. प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद यहां वाशिंग लाइन का निर्माण भी किया जाएगा. जिससे एक ही समय पर एक साथ करीब 30 से अधिक ट्रेनों की धुलाई और मरम्मत हो सकेगी. वहीं दुर्ग की वाशिंग लाइन पर लोड कम हो जाएगा और ट्रेनों की बोगियों की मरम्मत भी जल्द होगी.
प्रोजेक्ट से होगा व्यावसायिक फायदा
व्यापारिक नजरिये से भी इस प्रोजेक्ट से कई फायदे होंगे. यह लाइन जिन इलाकों से गुजरेगी, वहां सीमेंट और अन्य बड़ी संख्या में उद्योग हैं, इसलिए यह रूट ढुलाई के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा.
ये भी पढ़ें: महंत राजू दास ने भूपेश बघेल को बताया ‘रावण’, बोले – ईसाई मिशनरियों से प्रेरित होकर इस तरह के अनर्गल बयान दे रहे हैं
रायपुर के सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी के मुताबिक, भारतीय रेलवे अगले 5 साल में अपनी संचालन क्षमता दोगुनी करने की योजना बना रहा है. इसी के तहत देशभर के प्रमुख शहरों में स्टेशनों का विस्तार जारी है. इस योजना के तहत रायपुर रेल मंडल में भी प्लानिंग चल रही है.
