CG News: छत्तीसगढ़ को आज तीन नए मंत्री मिले हैं. गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब और राजेश अग्रवाल को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. कैबिनेट मंत्रियों की संख्या अब 14 हो गई है. वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान है…तो आगे बढ़ें, थोड़ी हिम्मत दिखाएं.
बीजेपी नेताओं पर कसा तंज
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए पोस्ट किया, ‘छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में थोड़ा भी आत्मसम्मान है..तो आगे बढ़ें, थोड़ी हिम्मत दिखाएं..!’ बघेल का कहना है कि मंत्रिपरिषद के विस्तार में सीनियर नेताओं की अनदेखी की गई है
‘वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया गया’
भूपेश बघेल ने कहा कि आज कैबिनेट विस्तार हुआ और इसको लेकर जो चर्चा थी, वह सही साबित हुई. कई वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया गया. लता उसेंडी, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और अन्य को दरकिनार कर दिया गया. आज तीन विधायक मंत्री बने हैं, जिनमें से एक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. इसके साथ ही उन्होंने शपथ लेने वाले विधायकों को बधाई भी दी.
उन्होंने आगे कहा कि निर्धारित संख्या को नजरअंदाज करते हुए मंत्रियों की संख्या बढ़ा दी गई है. पिछली सरकार के दौरान उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की मांग की थी. इसके अलावा विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
‘ मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब मिली’
बघेल ने बीजेपी से सवालिया अंदाज में पूछा कि मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब ली गई और कब यह गजट में अधिसूचित किया गया? उन्होंने कहा कि अगर ऐसी अनुमति नहीं ली गई है, तो यह मंत्री पद अवैध है. अगर अनुमति नहीं ली गई, तो राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने असंवैधानिक कार्य किया है. 4 मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब मिली?
भूपेश बघेल ने कहा कि आज कैबिनेट विस्तार हुआ और इसको लेकर जो चर्चा थी, वह सही साबित हुई. कई वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया गया. लता उसेंडी, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और अन्य को दरकिनार कर दिया गया. आज तीन विधायक मंत्री बने हैं, जिनमें से एक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. इसके साथ ही उन्होंने शपथ लेने वाले विधायकों को बधाई भी दी.
उन्होंने आगे कहा कि निर्धारित संख्या को नजरअंदाज करते हुए मंत्रियों की संख्या बढ़ा दी गई है. पिछली सरकार के दौरान उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की मांग की थी. इसके अलावा विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
‘ मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब मिली’
बघेल ने बीजेपी से सवालिया अंदाज में पूछा कि मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब ली गई और कब यह गजट में अधिसूचित किया गया? उन्होंने कहा कि अगर ऐसी अनुमति नहीं ली गई है, तो यह मंत्री पद अवैध है. अगर अनुमति नहीं ली गई, तो राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने असंवैधानिक कार्य किया है. 4 मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की अनुमति कब मिली?
‘तीनों मंत्री, मुख्यमंत्री के पसंद के नहीं हैं’
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि साय मंत्रिमंडल का अंततः विस्तार हो गया. सभी मंत्रियों को बधाईयां. किसे मंत्री बनाना है, ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तीनों मंत्री मुख्यमंत्री के पसंद के नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि जो 5 से 6 बार चुनाव जीतकर आए हैं, उन्हें दरकिनार कर मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया. ये घोर अपेक्षा है. आज के जैसे महत्वपूर्ण दिन में विधायक दल के लिए चिट्ठी जारी हुई थी.
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छत्तीसगढ़ में लागू हुआ ‘हरियाणा मॉडल’
छत्तीसगढ़ में ‘हरियाणा मॉडल’ को लागू किया गया है. प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में पहली बार 14 मंत्रियों को जगह मिली है. दोनों राज्यों में 90 विधानसभा सीट हैं. हरियाणा कैबिनेट में 14 मंत्री हैं. गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब और राजेश अग्रवाल को छत्तीसगढ़ सरकार में जगह मिली है.
