CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले की जांच में EOW की टीम लगातार कई एक्शन ले रही है. इस कड़ी में 20 मई को EOW की टीम ने बहुत बड़ा एक्शन लिया. मंगलवार को EOW के अधिकारियों ने एक साथ अलग-अलग जिलों की 39 जगहों पर रेड मारी. इस कार्रवाई के दौरान टीम को इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज, मोबाइल और 90 लाख कैश समेत कई अहम सबूत मिले हैं.
EOW की 39 जगहों पर रेड
EOW की टीम ने मंगलवार को दुर्ग-भिलाई, महासमुंद और धमतरी जिले में कुल 39 जगहों पर रेड मारी. इस दौरान अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज, मोबाइल और 90 लाख कैश समेत कई सामानों को जब्त किया.
टीम ने क्या-क्या जब्त किया?
इस कार्रवाई के दौरान जब्त की गई चीजों को लेकर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की ओर से जानकारी दी गई है. EOW की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया है कि तलाशी के दौरान डिजिटल डेटा, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोना-चांदी, अचल संपत्तियों में निवेश से जुड़े डॉक्यूमेंट, महत्वपूर्ण दस्तावेज सहित 90 लाख से अधिक की नकद राशि बरामद की गई है.
3 दिन पहले कवासी लखमा के करीबियों के घर पर रेड
तीन दिन पहले ही छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ACB-EOW की टीम ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के 13 ठिकानों पर रेड मारी थी. शनिवार को रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर और अंबिकापुर में यह कार्रवाई की गई थी.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ED ने इस घोटालेम में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया.
आरोप हैं कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था. अब तक इस मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में आगे की कार्रवाई अब भी जारी है.
