CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के 3200 करोड़ के शराब घोटाला मामले में पूर्व CM भूपेश बघेल के करीबी विजय भाटिया को बड़ी राहत मिली है. छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने EOW की गिरफ्तारी के बाद विजय भाटिया द्वारा लगाई गई जमानत याचिका को स्वीकार करते हुए जमानत दे दी है. विजय भाटिया को ACB-EOW की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था.
विजय भाटिया को मिले 14 करोड़
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला में EOW की ओर से पेश की गई चार्जशीट में खुलासा हुआ था कि विजय कुमार भाटिया को ओम साईं बेवरेज से 14 करोड़ मिलने की बात सामने आई थी. विजय भाटिया ने अलग-अलग अकाउंट और डमी डायरेक्टरों के जरिए ये रुपए निकाले थे.
जानें पूरा मामला
जांच में सामने आया कि आरोपी विजय भाटिया ने अपने करीबी अतुल सिंह और मुकेश मनचंदा के नाम पर ओम साईं बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई. इस कंपनी की 52 प्रतिशत हिस्सेदारी विजय भाटिया के पास थी. यह कंपनी विदेशी कंपनी से शराब खरीदती थी और इसमें 10 प्रतिशत कमीशन जोड़कर सरकार को शराब की सप्लाई करती थी.
जांच में यह भी सामने आया कि सप्लाई में सिंडिकेट को कमीशन नहीं मिल पाता था इसलि प्रदेश में आबकारी नीति में बदलाव कर FL-10 A लाइसेंस लाया गया. नैक्सजेन पावर इंजीटेक, दीशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और ओम साईं बेवरेज को FL-10 A लाइसेंस दिया गया.
शराब घोटाले में 10 प्रतिशत कमीशन का 60 प्रतिशत हिस्सा सिंडिकेट और 40 प्रतिशत हिस्सा विजय और उससे जुड़े लोगों को मिलता था.
3200 करोड़ का शराब घोटाला
बता दें कि प्रदेश में 3200 करोड़ रुपए का शराब घोटाले में जांच जारी है. आरोप है कि 2018 से 2023 के बीच जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी और CM भूपेश बघेल थे तब प्रदेश में करीब 3200 करोड़ से अधिक का शराब घोटाला हुआ. इसे लेकर EOW ने चार्जशीट में जानकारी देते हुए बताया कि इस घोटाले के पैसे से 11 आरोपी अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम करोड़ों रुपए की जमीन और दौलत खरीदी है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक EOW के मुताबिक पूरे शराब घोटाले में करीब 61 लाख अवैध पेटी शराब बिकवाकर 2174 करोड़ रुपए की चपत लगाई गई थी, लेकिन जब इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई तो पता चला कि यह घोटाला 2174 करोड़ नहीं बल्कि 3200 करोड़ रुपए से अधिक का है.
