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21 अधिकारियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार! शराब घोटाला मामले में इन अफसरों के आए नाम

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भारत में हर राज्य के अपने-अपने कानून हैं और यही वजह है कि कम उम्र अलग-अलग निर्धारित की गई है. कुछ राज्यों में यह सीमा 18 साल है तो कुछ में 25 साल तक भी जाती है.

CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. प्रदेश सरकार ने 21 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है, जिसके बाद इस अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है. ऐसे में अब अफसरों के खिलाफ गिरफ्तारी की तलवार भी लटकने लगी है. पहले से ही इस मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत कई IAS अधिकारी जेल में हैं.

21 अफसरों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति

राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में 21 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दी है. इन 21 अधिकारियों की सूची में तत्कालीन एडिशनल डायरेक्टर, ज्वाइंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, जिला आबकारी अधिकारी, सहित ADO और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं. EOW लंबे समय से घोटाले में शामिल अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही थी. अब स्वीकृति मिलने के बाद माना जा रहा है कि आने वाले समय में कई और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं.

किन अफसरों के खिलाफ मिली स्वीकृति?

अभियोजन स्वीकृति जिन 21 अधिकारियों के खिलाफ मिली है उनमें वरिष्ठ से लेकर जिला और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों के नाम शामिल हैं. इनमें-

  1. जनार्दन कौरव (सहायक जिला आबकारी अधिकारी)
  2. अनिमेष नेताम (उपायुक्त)
  3. विजय सेन शर्मा (उपायुक्त)
  4. अरविंद पाटले (सहायक आयुक्त
  5. प्रमोद नेताम (सहायक आयुक्त
  6. रामकृष्ण मिश्रा (सहायक आयुक्त
  7. विकास गोस्वामी (सहायक आयुक्त)
  8. इकबाल खान
  9. नितिन खंडुजा
  10. नवीन प्रताप सिंह तोमर
  11. मंजु केसर
  12. सौरभ बख्शी
  13. दिनकर वासनिक
  14. अशोक सिंह
  15. मोहित जायसवाल
  16. नीतू नोतानी
  17. रविश तिवारी
  18. गरीबपाल दर्दी
  19. नोहर सिंह ठाकुर
  20. आशीष श्रीवास्तव
  21. सोनल नेताम

जानकारी के मुताबिक इन सभी अधिकारियों के नाम पहले से दर्ज FIR में शामिल हैं और अब उन्हें शराब घोटाले के मुख्य आरोपियों के रूप में केस का सामना करना होगा.

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छत्तीसगढ़ शराब घोटाला

छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ED ने इस घोटालेम में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया है.

आरोप हैं कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था. अब तक इस मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में आगे की कार्रवाई अब भी जारी है.

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