CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले में कवासी लखमा को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. कवासी लखमा ने एसीबी के स्पेशल कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी. जिस पर आज सुनवाई हुई और कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया.
15 जनवरी को हुई थी लखमा की गिरफ़्तारी
शराब घोटाला मामले में 15 जनवरी को ED की टीम ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उन्होंने ACB-EOW कोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगाई थी. वहीं कोर्ट ने सुनवाई के बाद उनकी याचिका खारिज कर दी है.
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ED ने 28 दिसंबर को मारा था छापा
ईडी ने 28 दिसंबर को शराब घोटाले मामले में पूर्व मंत्री और वर्तमान में कोंटा के विधायक कवासी लखमा के सुकमा स्थित ठिकानों पर तलाशी ली गई थी. इसके अलावा उनके बेटे हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू और लखमा के OSD जयंत देवांगन समेत अन्य करीबियों के यहां भी छापा मारा था. 15 घंटे तक चली कार्रवाई में ईडी ने लखमा के ठिकानों से कई दस्तावेज जब्त किए गए थे. जिसका ED ने खुलासा किया था.
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जानिए क्या है शराब घोटाला
बता दें कि छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ED ने इस घोटालेम में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया.
आरोप हैं कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था.
