CG News: छत्तीसगढ़ में नियमितिकरण की मांग को लेकर NHM कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है. 24 घंटे के अंदर ड्यूटी पर लौटने के अल्टीमेटम के बाद सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती करनी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग ने NHM के 25 पदाधिकारियों की सेवा समाप्त कर दी है. इसके विरोध में प्रदेश भर के 1350 NHM कर्मचारियों ने CMHO को सामूहिक इस्तीफा दे दिया.
1350 NHM कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
नियमितिकरण की मांग को लेकर NHM कर्मचारियों की हड़ताल लगातार जारी है. 24 घंटे के अंदर ड्यूटी पर लौटने के अल्टीमेटम के बाद स्वास्थ्य विभाग ने NHM के 25 पदाधिकारियों की सेवा समाप्त कर दी है. सेवा समाप्त करने के विरोध में NHM कर्मी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं…सभी जिलों में NHM कर्मचारी कार्रवाई के विरोध में सामूहिक इस्तीफा सौंपने का आह्वान कर दिया. इसके बाद 1350 NHM कर्मचारियों ने CMHO को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया.
25 कर्मचारियों के बर्खास्तगी का जताया विरोध
दरअसल 29 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने कर्मचारिययों के लिए काम पर लौटने का आदेश जारी किया था. वहीं काम पर वापस नहीं लौटने के आदेश के उल्लंघन पर 25 अधिकारी-कर्मचारियों की सेवा समाप्त क दी गई है. इसके बाद NHM कर्मचारियों ने ये कदम उठाया है.
18 अगस्त से कर रहे हड़ताल
बता दें कि NHM के छत्तीसगढ़ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 18 अगस्त 2025 से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही थी. इससे पूर्व 13 अगस्त 2025 को आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक में प्रस्तुत 10 मांगों में से 5 मांगों पर सहमति व्यक्त कर आवश्यक आदेश जारी किए जा चुके थे, जबकि शेष मांगों पर शासन स्तर पर विचार-विमर्श जारी था.
ये भी पढ़े- CG News: ‘मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया…’, दीपक बैज की मौजूदगी में रविंद्र चौबे ने दी सफाई
इन 10 मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
• संविलियन और स्थायीकरण
• पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना
• ग्रेड पे निर्धारण
• लंबित 27% वेतन वृद्धि
• CR सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी
• रेगुलर भर्ती में सीटों का आरक्षण
• अनुकंपा नियुक्ति
• मेडिकल और दूसरे लीव की सुविधा
• ट्रांसफर पॉलिसी
• मिनिमम 10 लाख तक कैश-लेस मेडिकल इंश्योरेंस
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग और NHM कर्मचारियों के गतिरोध के चलते छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही है लेकिन अभी तक समाधान न मिलना चिंताजनक है, बहरहाल देखते हैं जिन मांगो को लेकर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है, कब तक ऐसी स्थिति बनी रहती है या संवाद के सहारे इस समस्या को ख़त्म करके आगे की स्थिति को सामान्य किया जाएगा.
