Vistaar NEWS

खाना मांगा तो बच्चों को पीटा, महिलाओं को शौच करते देखते…रायपुर में मशरूम फैक्ट्री के मजदूरों ने सुनाई आपबीती

Raipur

मशरूम फैक्ट्री में मजदूरों को बनाया था बंधक

Raipur: राजधानी रायपुर से लगे खरोरा के मशरूम फैक्ट्री में सैकड़ों मजदूरों को बंधक बनाकर महीनों से काम कराने का मामला सामने आया है. मजदूरों को बिना वेतन दिए काम कराया जा रहा था. विरोध करने पर उनसे मारपीट भी की जाती थी. वहीं महिलाओं और बच्चों के साथ भी जानवरों जैसा बर्ताव किया जाता था. वहां के काम कर रहे मजदूरों ने अपनी आपबीती सुनाई.

खाना मांगा तो बच्चों को पीटा, महिलाओं को शौच करते देखते

दरअसल खरोरा गांव में विकास तिवारी, विवेक और नितेश ये तीनों मिलकर मशरूम फैक्ट्री चलाते हैं, जहां काम कराने के लिए यूपी, बिहार और झारखंड से मजदूरों को लाया गया था. इस मजदूरों के साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जाता था, मासूम बच्चों के शरीर पर चोट की निशान भी दिखाई दे रहे थे. काम ना करने पर मजदूरों के ऊपर हाथ भी उठाया जाता था. वहीं 4-5 महीने की तिहाड़ी भी नहीं दी गई थी. वहीं महिलाओं ने बताया कि जब वह शौच के लिए जाती थी तब ठेकेदार के आदमी उन्हें देखते थे, ताकि वह काही भाग ने जाए. वहीं खाना मांगने पर बच्चों पर भी हाथ उठाते थे.

मजदूरों से 24-24 घंटे कराया काम

मजदूरों ने बताया कि उनके साथ फैक्ट्री मालिक जानवरों से बर्ताव करते थे. उन्हें हर दिन 24 घंटे तक काम करना पड़ता था, लेकिन मालिक उन्हें एक रुपया भी नहीं देता था. इतना ही नहीं, उन्होंने हमारे मोबाइल फोन और आधार कार्ड भी छीन लिए थे ताकि वे किसी से संपर्क न कर सकें और फैक्ट्री से बाहर न जा सकें.

ये भी पढ़ें- Kawardha: 60 फिट गहरी खाई में गिरी तेज रफ्तार बोर गाड़ी, 4 लोगों से ज्यादा लोगों की मौके पर मौत

बंधक मजदूरों का ऐसा हुआ खुलासा

प्रताड़ना के इस मामले खुलासा तब हुआ जब कुछ मजदूर फैक्ट्री मालिकों की प्रताड़ना से तंग आ गए। वे 2 जुलाई की रात को फैक्ट्री से भाग निकले. वे 20 किमी पैदल चलकर रायपुर पहुंचे. कुछ लोगों ने मदद कर पुलिस तक पहुंचाया. फैक्ट्री में काम करने आए मजदूर ने कहा कि मशरूम कंपनी में पैक करने के लिए यहां पर लेकर आए थे.

97 मजदूरों का हुआ रेस्क्यू

वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग ने तिल्दा-खरोरा स्थित एक मशरूम फैक्ट्री में छापा मारकर 97 मजदूरों का रेस्क्यू किया. इन सभी को रायपुर के इंडोर स्टेडियम में सुरक्षित रखा गया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, रेस्क्यू किये गए मजदूर यूपी-बिहार के हैं.

Exit mobile version