Vistaar NEWS

बदलते बस्तर की तस्वीर! अब सुरक्षा कैंपों में खुलेंगे राशन दुकान और सीएससी केंद्र, नहीं करना होगा लंबा सफर

CG News

डिप्टी सीएम विजय शर्मा

CG News: छत्तीसगढ़ में खत्म हो रहे नक्सलवाद के बाद बस्तर को विकास की सौगात मिल रही है. साय सरकार ने नक्सल मुक्त गांवों में विकास के कामों को स्वीकृति दे रही है तो वहीं अब सुविधाओं का विस्तार भी होता नजर आएगा. जिसे लेकर रोडमैप भी तैयार कर लिया गया है.

अब सुरक्षा कैंपों में खुलेंगे राशन दुकान और CSC केंद्र

बस्तर नक्सलवाद के खात्में की ओर बढ़ रहा है. नक्सलवाद के खात्में के साथ ही बस्तर में विकास की रफ्तार बढ़ेगी. सरकार सुरक्षा कैम्पों को सुविधा केंद्र बनाने रोडमैप बना रही है. नक्सलवाद के खात्में के बाद सुरक्षा कैम्पों में वनोपज खरीदी केंद्र बनेंगे. लघु वनोपज के संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन के केंद्र बनेंगे. वहीं अब राशन के लिए राशन दुकान, सीएससी केंद्र भी कैम्पों में बनाए जाएंगे. अब राशन के लिए 30-40 किलोमीटर का सफर नहीं करना होगा.

भविष्य में कैंपों की नहीं होगी जरूरत – विजय शर्मा

दशकों से विकास की राह तक रहे बस्तर को अब विकास की सौगात मिलती जा रही है. नक्सल मुक्त होने की ओर आगे बढ़ रहे बस्तर में विकास तेजी से होता जा रहा है. नक्सल मुक्त गांवों को जहां करोड़ो रुपए के विकास कार्य स्वीकृत किए जा रहे है तो वहीं सरकार अब बस्तर में सुविधाओं का भी विस्तार करने रोडमैप तैयार कर रही है. सुरक्षा और नक्सल गतिविधियों की दृष्टि से बस्तर में करीब 5 सौ से ज्यादा कैम्प खोले गए है. इन कैम्प में सुरक्षा के जवान रहते है. नक्सलवाद के खात्में की ओर बढ़ रहे बस्तर में अब यह कैम्प आने वाले दिनों में सुविधा केंद्र का रुप लेते नजर आएंगे. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सुरक्षा बलों के कैम्प की भविष्य में बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं होगी. कुछ स्थानों पर थाने खुल जाएंगे. वहां लघु वनोपज के संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन के केंद्र बने. कैम्प निर्धारित स्थानों पर बने है.

ये भी पढ़ें- भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों में RCB को बांटनी चाहिए इनामी राशि, पूर्व DGP आरके विज ने की मांग

नक्सलवाद खात्मे की डेड लाइन तय

मार्च 2026 छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खात्मे की डेड लाइन है. डेड लाइन की तारीख जैसे जैसे नजदीक आते जा रही है वैसे वैसे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई भी तेज होती जा रही है. दशकों से विकास से महरुम बस्तर में विकास की आस जगी है. सरकार की कोशिश है कि दशकों बाद बस्तर में विकास फिर से रफ्तार पकड़े. वहीं बस्तर में लोगों को हो रही समस्या पर भी सरकार पूरा ध्यान दे रही है. यही वजह है कि नक्सलवाद की समाप्ति के बाद जवानों के कैम्प को सुविधा केंद्र के रुप में विकसीत करने को लेकर तैयारी की जा रही है. जिसका फायदा बस्तर के लोगों को मिलता भी नजर आएगा.

उन इलाकों में मशीन कैसे करेगी काम – दीपक बैज

वहीं इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा – बस्तर में अगर अंदर कैंप खुले हैं तो उन इलाकों में मशीन कैसे काम करेगी. सरकार को इस मसले पर विचार करना चाहिए. बस्तर के लोगों को राशन मिलना चाहिए.

सरकार के कड़े कदम के बाद बस्तर से नक्सलवाद सिमटता जा रहा है. लगातार हो रही कार्रवाई से नक्सली अब शांतिवार्ता की गुहार लगा रहे है. ऐसे में बस्तर अब शांत होता जा रहा है. शांत होते बस्तर में विकास की कई इबारत लिखी जाएगी. जिसमें बस्तर की जनता को सुविधा पहुंचाने सबसे महत्वपूर्ण है. यही वजह है कि नक्सलवाद के खात्मे के बाद जवानों के कैम्प में बस्तर की जनता के लिए सुविधा पहुंचते नजर आएगी. आने वाले दिनों में सरकार के इस रोडमैप का बड़ा असर बस्तर में देखने को मिलेगा.

Exit mobile version