CG News: CG News: सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा के विधायक रामकुमार टोप्पो और उनकी कार्यप्रणाली इन दिनों खूब सुर्खियों में है, कुछ दिन पहले विधायक रामकुमार टोप्पो सड़क हादसा होने पर मौके पर पहुंच गए. यहां वे ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को यह कहते हुए दिखाई दिए कि लापरवाही की वजह से उसे तत्काल सस्पेंड करने का उनके द्वारा आर्डर दिया जाएगा. वही एंबुलेंस चालक को भी नौकरी से हटाने की बात करते हुए दिखाई दिए, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और फिर विधायक पर गंभीर आरोप लग गया.
विधायक राम कुमार टोप्पो ने एम्बुलेंस चालक को जड़ा थप्पड़
BMO संतोष सिंह ने आरोप लगाया है, कि विधायक के लोगों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की गई है. इसके साथ ही गाली गलौज का एक वीडियो भी वायरल हुआ, हालांकि इसमें चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था कि गाली गलौज स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ कौन कर रहा है लेकिन इसी बीच घटना के दूसरे दिन ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने एक बयान दिया और कहा कि विधायक ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है. इसके अलावा एंबुलेंस का ड्राइवर ने यह भी आरोप लगाया है कि विधायक रामकुमार ने उसके साथ मारपीट की है। मारपीट करने का आरोप उसने एक वीडियो में लगाया है और यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है.
वहीं दूसरी तरफ बीएमओ के द्वारा यह भी आरोप लगाया गया है कि अस्पताल में संसाधनों की बेहद कमी है डीजल तक के लिए पैसे नहीं मिलते हैं और जब सड़क हादसा हुआ. तब इसी वजह से एंबुलेंस मौके पर समय से नहीं पहुंची.
BMO ने भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया
BMO ने विधायक के भवानी नामक एक कर्मचारी पर भी धक्कामुक्की करने का आरोप लगाया है. वहीं बीएमओ ने आरोप लगाया है कि एंबुलेंस चालक की कहानी के पास विधायक के द्वारा थप्पड़ जड़ा गया जिसकी वजह से एंबुलेंस का चालक चिल्लाने लगा वहीं दूसरी तरफ बीएमओ ने चेतावनी दी है कि अगर इतना सब कुछ होते हुए उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होती है तो ओपीडी में मरीजों का इलाज नहीं किया जाएगा और स्वास्थ्य कर्मचारी विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे.
जनता तय करेगी सब मेरे समर्थक – विधायक
वही इस पूरे मामले में विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा है कि उनके द्वारा किसी के साथ मारपीट नहीं की गई है. उस दौरान भीड़ था, लोगों में घुसा था, हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि कुछ लोग इस दौरान कमेंट कर रहे थे उन्होंने कहा है कि जो आरोप लगाया जा रहा है. वह गलत है. जिस परिवार के लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है वह उनके समर्थक हैं. पूरा सीतापुर विधानसभा उनका समर्थन करता है जनता तय करेगी कि आखिर गलत हुआ है या सही.
वहीं इस पूरे मामले में अब जानकारी सामने आ रही है कि स्वास्थ्य कर्मचारी और विधायक के लोगों ने आपस में मिलकर पूरे मामले को सुलझा लिया है और अब न तो BMO के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी और न ही एंबुलेंस चालक के खिलाफ. कुल मिलाकर यह पूरा मामला अब ड्रामा बनकर रह गया है, क्योंकि BMO के खिलाफ कार्यवाही पर आंदोलन की चेतावनी दी गई और कार्यवाही नहीं हुई.
