Video: कांग्रेस ने 22 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को प्रदेश भर में चक्काजाम किया. वहीं रायपुर में कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी के दौरान कांग्रेस नेताओं की बीच आपसी बहस हो गई. कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला और जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
कांग्रेस नेता आपस में भिड़े, BJP ने ली चुटकी
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि – कांग्रेस में आपसी मतभेद हुआ प्रमाणित. अपने असफल नाकेबंदी के दौरान सड़क पर ही भीड़ गए कांग्रेसी संचार प्रमुख और जिला अध्यक्ष. यही है कांग्रेस के हालत, जनता भी जान चुकी है ये हो चुके हैं भ्रष्टाचार में बर्बाद.
बता दें भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के बाद ऐसा लगा था कि कांग्रेस अब एकजुट होकर लड़ाई लड़ेगी और 18 जुलाई को सदन से लेकर और कोर्ट से लेकर ईडी दफ्तर तक तमाम नेता कार्यकर्ता एक नजर आए. बकायदा इसे लेकर बीजेपी के सीनियर लीडर्स ने भी सवाल खड़े किए.बीजेपी में तो यह सवाल पूछ की आदिवासी नेता कवासी लखमा और विधायक देवेंद्र यादव के समय कांग्रेस एकजुट क्यों नहीं हुई.और उसे दौरान तमाम कांग्रेस के लीडर्स ने यही कहा कि कांग्रेस एकजुट है और सब मिलकर लड़ाई लड़ेंगे.अब लड़ाई लड़ने की बात हो रही है तो इसपर सियासत होना हो है.
एक-दूसरे को नीचा दिखाने में लगे कांग्रेस नेता – अरुण साव
कांग्रेस के प्रदर्शन में नेताओं के बीच हुए विवाद को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता आपस में झगड़े हैं. यह कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा को दिखलाता है. नेताओं में कुर्सी दौड़ चल रही है. कांग्रेस में नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं. जनता कांग्रेस से बहुत दूर जा चुकी है. कांग्रेस का आर्थिक नाकेबंदी पूरी तरीके से फ्लॉप रहा. आर्थिक अपराध करने वाले ने आर्थिक नाकेबंदी की.
