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क्या है अटल उत्कृष्ट योजना? जिससे छत्तीसगढ़ के बड़े स्कूलों में पढ़ेंगे मजदूरों के बच्चे, जानें कैसे होगा एडमिशन

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CG News: छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां मजदूरों के होशियार बच्चों को नामी स्कूलों में पढ़ाया जाएगा. श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन की पहल से अटल उत्कृष्ट योजना की शुरुआत की गई है. इसके तहत 100 मजदूरों के बच्चों का एडमिशन डीपीएस, राजकुमार कॉलेज जैसे 14 बड़े स्कूलों में हो गया है.

छत्तीसगढ़ में अटल उत्कृष्ट योजना शुरू

राज्य में श्रमिक परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना शुरू की है. इसके तहत छठी से बारहवीं कक्षा तक निशुल्क आवासीय शिक्षा मुहैया कराई जाएगी. इसके दायरे में छत्तीसगढ़ भवन व अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में निबंधित श्रमिकों के पहले दो बच्चे आएंगे. उन्हें राज्य सरकार द्वारा चयनित आवासीय विद्यालयों में रखा जाएगा.

बड़े स्कूलों में पढ़ेंगे मजदूरों के बच्चे

इसमें मेरिट के आधार पर 100 बच्चों का चयन किया गया है. अगले साल इस संख्या को और बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. बता दें कि यह शिक्षा के अधिकार (आरटीई) से अलग योजना है. आरटीई में किसी भी बीपीएल के बच्चे को मौका मिलता है, लेकिन इस योजना के तहत सिर्फ मजदूरों के बच्चे ही पात्र होंगे. इन पर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल एक साल में करीब दो करोड़ रुपए खर्च करेंगे. अगले साल इस संख्या को और बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा.

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ऐसे होगा सेलेक्शन

योजना के आवेदन हर जिला श्रम कार्यालय में उपलब्ध हैं. इसमें मजदूरों के केवल पहले दो बच्चों को ही योजना का लाभ मिल सकता है. मजदूर कार्ड के साथ बच्चों की 5वीं की मार्कशीट लगानी है. हर जिले की मैरिट सूची तैयार की गई. इसके बाद राज्य स्तरीय समिति ने 100 बच्चों का चयन किया साथ ही 58 छात्रों को प्रतीक्षा सूची में रखा है. एक स्कूल में अधिकतम 7 बच्चों के लिए ही सीट आवंटित की गई है.

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