CG News: सुंदर दिखने की चाह सबकी होती है. हर कोई चाहता है. उसकी स्किन सुंदर दिखे, चमकीली दिखे लेकिन आजकल बाजार में मेकअप और सुंदरता बढ़ाने वाले नकली प्रोडक्ट भी मिल रहे है. जिससे आपकी स्किन खराब हो सकती है. छत्तीसगढ़ में ऐसे ही 48 प्रोडक्ट पर नकली और गुणवत्ता हीन होने का शक है. खाद्य और औषधि विभाग ने बहुत बड़ी कार्रवाई की है.
बाजार में बिक रहे नकली ब्यूटी प्रोडक्ट्स
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले 30 प्रतिशत ब्यूटी प्रोडक्ट्स नकली होते हैं. ये नकली मेकअप प्रोडक्ट्स आपकी त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. छत्तीसगढ़ में भी ऐसे ही नकली प्रोडक्ट बिक रहे है. प्रदेशभर के 170 विभिन्न संस्थानों में छापेमारी कर साबुन, हेयर ऑयल, फेयरनेस क्रीम, फेस पावडर, हेयर डाई जैसे 48 उत्पादों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है. जांच के दौरान अगर सामान अमानक पाए जाते हैं, तो संस्थान के संचालकों के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
शक के घेरे में ये ब्यूटी प्रोडक्ट्स
बता दें कि विभाग को 48 कास्मेटिक उत्पादों पर शंका है, इसमें बेलाविटा और मिमी जैसे बड़े ब्रांड भी शक के घेरे में है. वहीं साबुन, हेयर ऑयल, बेबी लोशन, शैम्पू, फेयरनेस क्रीम, टेलकम पाउडर, शेविंग क्रीम, हेयर डाई जैसे प्रोडक्ट नकली है.
सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया प्रयोगशाला
छत्तीसगढ़ में खाद्य और औषधि विभाग की टीम 10 जिलों में पहुंची. जहां रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, धमतरी, रायगढ़, मुंगेली, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा, बेमेतरा जिले विभाग ने जांच की. इसमें रायपुर और बेमेतरा में सबसे ज्यादा नकली कास्मेटिक उत्पादों पर कारवाई की गई.
रायपुर में इन जगहों पर मारी रेड
रायपुर में भाटागांव स्थित लक्ष्मी इंटरप्राइजेज पर छापा. जहां फिनाइल और हैण्डवाश जब्त किया गया. गुढ़ियारी स्थित शोला इंडस्ट्रीज में नकली साबुन और हैंडवॉश का निर्माण, बेमेतरा जिले के शिवम् जनरल स्टोर और मेहनलाल मांगीलाल राठी किराना दुकान में कास्मेटिक उत्पादों के बिक्री पर रोक लगाई गई है. बिलासपुर जिले के तेलीपारा स्थित कास्मेटिक दुकानों से 5 प्रोडक्ट की जांच हो रही है.
खाद्य और औषधि विभाग कर रहा कार्रवाई
रायपुर में ड्रग इंस्पेक्टरों ने मालवीय रोड स्थित कास्मेटिक दुकानों का भी निरीक्षण किया गया और स्टाइल कास्मेटिक शॉप से कॉस्मेटिक उत्पादों का सैंपल कलेक्ट कर लेबोरेटरी भेजा है.
किसी भी सामान को लेने से पहले ये जानना जरूरी है कि कहीं वो नकली तो नहीं, क्योंकि कई सारी कंपनियों के फेक प्रोडक्ट मार्केट में बड़ी ही आसानी से मिल जाते हैं. जिन्हें खरीदकर इस्तेमाल करने से त्वचा पर गहरा नुकसान होने का डर रहता है. लेकिन इसके रोकथाम के लिए खाद्य और औषधि विभाग काम कर रहा है.
सीधे मुद्दे की बात यह है कि इन प्रोडक्ट को उपयोग करने से पहले आप सावधान हो जाइए और असली और नकली प्रोडक्ट के बारे में आप उसके पैकेजिंग और मिल रहे डिस्काउंट से पता लगा सकते हैं. ब्रांडेड प्रोडक्ट में ज्यादा डिस्काउंट नहीं मिलता हैं.. वहीं कॉपी और नकली प्रोडक्ट में भर-भर के डिस्काउंट दिया जाता है.
