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CG Liquor Scam: जेल में ही दिवाली मनाएंगे चैतन्‍य बघेल, कोर्ट ने 29 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड में भेजा

Chaitanya Baghel

चैतन्‍य बघेल

CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित शराब घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की मुश्किलें लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं. चैतन्य बघेल को 24 सितंबर काे ACB/EOW ने रिमांड पर लिया था, जो 6 अक्‍टूबर को पूरी हो गई थी. जिसके बाद चैतन्‍य को EOW द्धारा रायपुर की स्‍पेशल कोर्ट में पेश किया था जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्‍हें 13 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था. लेकिन आज इस मामले में कोर्ट ने फिर से सुनवाई करते हुए चैतन्‍य को 29 अक्‍टूबर तक न्‍यायिक रिमांड पर भेज दिया है. यानी चैतन्‍य बघेल को इस साल दिवाली पर्व जेल में ही मानना पड़ेगा.

जन्‍मदिन पर ईडी ने किया था गिरफ्तार

भिलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 18 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत हिरासत में लिया. यह गिरफ्तारी उसी दिन हुई, जब उनका जन्मदिन था. ईडी ने यह कार्रवाई शराब घोटाले से जुड़ी जांच के सिलसिले में की थी, जिसकी शुरुआत एसीबी/ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर हुई थी. इस एफआईआर में भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के प्रावधान भी शामिल हैं.

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ईडी जांच के बाद हुए थे कई खुलासे

जांच के दौरान सामने आया कि इस घोटाले से राज्य को भारी आर्थिक नुकसान हुआ और लगभग 2,500 करोड़ रुपये की अवैध कमाई विभिन्न लाभार्थियों तक पहुंचाई गई. ईडी की रिपोर्ट में दावा किया गया कि चैतन्य बघेल को इस घोटाले से करीब 16.70 करोड़ रुपये नकद मिले, जिनका इस्तेमाल उन्होंने अपनी रियल एस्टेट कंपनियों में किया. बताया गया कि यह धन ठेकेदारों को नकद भुगतान, बैंक प्रविष्टियों और अन्य माध्यमों से लेन-देन के रूप में उपयोग हुआ.

जांच में यह भी खुलासा हुआ कि चैतन्य बघेल ने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ मिलकर एक योजना तैयार की थी, जिसके तहत ढिल्लों के कर्मचारियों के नाम पर “विठ्ठलपुरम प्रोजेक्ट” में फ्लैट खरीदे जाने का दिखावा किया गया. इसी प्रक्रिया के जरिए बघेल को लगभग 5 करोड़ रुपये अप्रत्यक्ष रूप से प्राप्त हुए. बैंक ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड्स ने भी पुष्टि की कि जब यह सौदेबाजी चल रही थी, तब ढिल्लों के खातों में शराब सिंडिकेट से बड़ी राशि पहुंची थी.

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