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छत्तीसगढ़ में ऑब्जर्वर्स की नियुक्ति से गरमाई सियासत, PCC चीफ की ‘हैसियत’ को लेकर उठे सवाल, कांग्रेस ने किया पलटवार

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कांग्रेस (फाइल इमेज)

Chhattisgarh Political News: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का इंतजार खत्म होने जा रहा है. प्रदेश के सभी जिलों में ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चुने जाएंगे. इसके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 17 ऑब्जर्वर्स की नियुक्ति कर दी है. जल्द ही सभी ऑब्जर्वर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. अब इसे लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नियुक्ति

जल्द ही प्रदेश में जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इस दौरान यह ध्यान रखा जाएगा कि किसी नेता के करीबी होने की वजह से कोई जिला अध्यक्ष ना बन पाए. इसके अलावा किसी की सिफारिश के आधार पर नियुक्ति न हो. गुटबाजी और अंतर्कलह की वजह से गलत व्यक्ति जिला अध्यक्ष न बन पाए. इसके लिए बाकायदा AICC ने SOP जारी की है, जिसमें ऑब्जर्वर्स को यह बताया गया है कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है. कांग्रेस की कोशिश है क्षमतावान, संगठन के प्रति समर्पित और सभी पक्षों को साथ लेकर चलने वाला व्यक्ति जिला अध्यक्ष बने. यही वजह है कि कांग्रेस ने संगठन सृजन कार्यक्रम के माध्यम से अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया शुरू की है.

पार्टी को मजबूत करने की कोशिश

मध्य प्रदेश, गुजरात समेत कुछ राज्यों में इस प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ियां भी सामने आई थीं. यही वजह है कि अब ऑब्जर्वर्स के लिए SOP जारी की गई है, जिसमें उन्हें वरिष्ठ नेताओं की मेहमाननवाजी से बचने से लेकर सभी पक्षों की बात सुनने के निर्देश दिए गए हैं. कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान इसलिए बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इस प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए अध्यक्ष बेहद ताकतवर होंगे. विधानसभा और लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण में भी जिला अध्यक्षों की राय अहम होगी इसलिए जिला अध्यक्षों का चयन काफी सोच समझकर किया जा रहा है. इस दौरान यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि कोई भी वरिष्ठ नेता प्रक्रिया में हस्तक्षेप न कर सके. संगठन सृजन कार्यक्रम के माध्यम से कांग्रेस जहां पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

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राहुल गांधी संभालेंगे मोर्चा

इसे लेकर दूसरी अहम बात यह भी है कि राहुल गांधी की टीम विधानसभा और लोकसभा चुनाव में आखिर किसको टिकट मिलेगी यह तय करने जा रही है. पहले कांग्रेस में चुनाव समिति की बैठक होती थी. उसमें नाम का पैनल बनाकर दिल्ली भेज दिया जाता था, लेकिन अब पहली बार राहुल गांधी की टीम के लोग विधानसभा और लोकसभा में जाएंगे जनता का मन टटोलेंगे और नेताओं के बारे में जानकारी लेंगे.

प्रदेश में गरमाई सियासत

वहीं, अब प्रदेश में इसे लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम पर BJP ने तंज कसा है. इसे लेकर मंत्री टंक राम वर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में सब काम उल्टा होता है. वहीं, BJP विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा- ‘कांग्रेस पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष की कोई हैसियत नहीं है इसलिए जिला अध्यक्ष भी राहुल गांधी बनवा रहे हैं.’ इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा- ‘इस कार्यक्रम से कांग्रेस मजबूत होगी. जिला अध्यक्ष के पद पर क्षमतावान और संगठन के प्रति निष्ठावान लोग चुने जाएंगे.’

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देशभर में संगठन को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस ने नया कार्यक्रम लॉन्च किया है.गुजरात और मध्य प्रदेश में इसी फॉर्मूले से अध्यक्ष बनाए गए हैं. अब छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस संगठन सृजन फॉर्मूले से अध्यक्ष बनाने जा रही है. राहुल गांधी की सोच है कि जिला अध्यक्षों को ताकत देकर संगठन को मजबूत किया जाए. ऐसे में अब यह देखना होगा कि किन नेताओं को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलती है.

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