CG News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ओडिशा के कंधमाल-गंजाम सीमावर्ती वन क्षेत्रों में संचालित संयुक्त सुरक्षा अभियान में सीपीआई (माओवादी) संगठन के शीर्ष नेतृत्व में शामिल गणेश उइके के न्यूट्रलाइज किए जाने को नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही निर्णायक लड़ाई में महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई नक्सल तंत्र की रीढ़ पर सीधा प्रहार है तथा स्पष्ट संदेश है कि अब नक्सल हिंसा के लिए देश में कहीं भी सुरक्षित ठिकाना शेष नहीं है.
‘नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की नई धारा‘
मुख्यमंत्री ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सल उन्मूलन के राष्ट्रीय संकल्प को साकार करने की दिशा में यह एक ठोस और निर्णायक कदम है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सशक्त मार्गदर्शन में देश नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन की ओर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है. एक-भारत श्रेष्ठ-भारत की भावना के साथ केंद्र और राज्य सरकारों के समन्वित प्रयासों से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति एवं विकास की नई धारा प्रवाहित हो रही है.
नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार, नक्सल-मुक्त भारत का संकल्प हो रहा साकार
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 25, 2025
नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही निर्णायक लड़ाई में आज ओडिशा के कंधमाल–गंजाम सीमावर्ती वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने एक और बड़ा प्रहार किया है। खुफिया-आधारित संयुक्त अभियान में प्रतिबंधित CPI (माओवादी) संगठन के…
‘सुरक्षा बलों के अदम्य साहस और पराक्रम को नमन’
मुख्यमंत्री साय ने इस अभियान में शामिल सभी सुरक्षा बलों के जवानों और अधिकारियों के अदम्य साहस, पराक्रम और पेशेवर दक्षता को नमन किया तथा उनके उत्कृष्ट मनोबल की सराहना की. उन्होंने कहा कि सरकार का संदेश बिल्कुल स्पष्ट है—“हिंसा का रास्ता छोड़िए, मुख्यधारा से जुड़िए; अन्यथा कानून अपना कार्य करेगा.”
‘भटके युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध’
सीएम साय ने कहा कि शांति, विकास और विश्वास ही नए भारत की पहचान है. सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास के नए अवसर निरंतर सृजित किए जा रहे हैं. साथ ही हिंसा के मार्ग पर भटके युवाओं के पुनर्वास और मुख्यधारा में सम्मानजनक वापसी के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि जनता-जनार्दन के सहयोग, सुरक्षा बलों के साहस तथा स्पष्ट नीतिगत प्रतिबद्धता के बल पर नक्सल-मुक्त भारत का संकल्प शीघ्र ही पूर्णतः साकार होगा.
