CG News: छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जापान के दौरे पर हैं. ओसाका (जापान) में आयोजित वर्ल्ड एक्सपो 2025 के पहले दिन ही छत्तीसगढ़ पवेलियन छा गया. यहां पर छत्तीसगढ़ की अनोखी झलक देखने को मिली. वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई इन्वेस्टर्स से मुलाकात की और उन्हें छत्तीसगढ़ में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. इनमें जापानी और भारत दोनों ही इन्वेस्टर्स शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ में ₹100 करोड़ की फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का मिला प्रस्ताव
वहीं ओसाका इन्वेस्टर कनेक्ट में छत्तीसगढ़ ने निवेशकों का भरोसा जीत लिया है. जहां सरताज फूड्स, ओसाका ने छत्तीसगढ़ में ₹100 करोड़ की फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का प्रस्ताव दिया. इस परियोजना से बड़े पैमाने पर रोजगार और किसानों को नए अवसर मिलेंगे. मोराबु हंशिन कंपनी के साथ कौशल प्रशिक्षण और वर्कफोर्स एक्सचेंज पर चर्चा करेंगे. वहीं जापानी प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ के निवेश-अनुकूल इकोसिस्टम की सराहना की.
जापान की बायोसीड्स कॉर्पोरेशन, इशिवाका को किया आमंत्रित
जापान दौरे पर गए मुख्यमंत्री साय सभी इन्वेस्टर्स को छत्तीसगढ़ में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. इस दौरान CM साय छत्तीसगढ़ में युवाओं के सशक्तीकरण के लिए इंडिया-जापान स्किल डेवलपमेंट एवं ह्यूमन रिसोर्स सेंटर स्थापित करने के लिए बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेस को निवेश हेतु आमंत्रित किया.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेश के भूजल में भारी धातु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए जापान की बायोसीड्स कॉर्पोरेशन, इशिवाका को भी निवेश हेतु आमंत्रण प्रदान किया.
छत्तीसगढ़ पवेलियन पहुंचे CM विष्णु देव साय
आज जापान में मुख्यमंत्री ने किया छत्तीसगढ़ पैवेलियन का अवलोकन किया. CM साय ने इसे लेकर सोशल मीडिया अकांउट X पर पोस्ट शेयर कर लिखा कि- @expo2025japan में छत्तीसगढ़ पैवेलियन का अवलोकन किया. यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि दर्शक हमारी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और औद्योगिक प्रगति को करीब से जान रहे हैं. यह पैवेलियन छत्तीसगढ़ के उस विज़न को दर्शाता है, जो उसे वैश्विक साझेदारियों का केंद्र बनाने की ओर अग्रसर है. हम विश्व को इस यात्रा में साझीदार बनने के लिए आमंत्रित करते हैं.
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पर्यटन और विरासत की छटा
पवेलियन में छत्तीसगढ़ की धरती की सुंदरता और धरोहर को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया है. नवा रायपुर, देश का पहला ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी, जिसे निवेश और औद्योगिक प्रगति के लिए तैयार किया गया है, यहां विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक पहचान चित्रकोट जलप्रपात ने भी सबका ध्यान खींचा. भारत का सबसे चौड़ा जलप्रपात होने के कारण इसे ‘भारत का नियाग्रा’ कहा जाता है.
