CG News: राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंत्रालय में मुख्य सचिव विकास शील और सभी विभागों के सचिवों और विभागाध्यक्षों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने विभागवार कार्यों की प्रगति का फीडबैक लिया और पूंजीगत व्यय से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए.
इस बैठक में मुख्य सचिव विकास शील, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह सहित सभी विभागों के सचिव और विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे. बैठक में मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उन निर्माण विभागों को चेताया, जहां पूंजीगत व्यय कम है. उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में गति लाने के साथ-साथ गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सुस्त विभाग स्वयं मूल्यांकन कर सुधार करें, जबकि उन्होंने अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों की सराहना भी की. सीएम ने स्पष्ट कहा कि आमजन की समस्याओं को अधिकारी धैर्यपूर्वक सुनें और उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें.
1 दिसंबर से होगी अधिकारियों की बायोमैट्रिक अटेंडेंस
मत्रांयल में हुई इस अहम बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 1 दिसंबर से मंत्रालय में अधिकारियों के लिए बायोमैट्रिक अटेंडेंस लागू होगी. साथ ही मुख्यमंत्री ने ई-ऑफिस प्रणाली को शासन में पारदर्शिता बढ़ाने का प्रभावी कदम बताया.
वहीं मुख्यमंत्री साय ने शासकीय खरीदी में अनियमितता रोकने के लिए चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि जेम पोर्टल से होने वाली खरीद में गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता न हो. इसके अलावा उन्होंने सुगम आवागमन के लिए सड़कों के सुधार और नियमित रखरखाव पर भी विशेष जोर दिया.
