छत्तीसगढ़ के विकास में ‘नासूर’ बना ‘लाल आतंक’ अब अंत की ओर है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा नक्सलवाद की डेडलाइन तय की जाने के बाद से ही छत्तीसगढ़ में सुशासन की साय सरकार और सुरक्षाबलों के जवान लगातार अभियान चला रहे हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर जवानों ने बहुत बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया. बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ियों पर 21 दिनों तक चले इस अभियान के दौरान 31 नक्सली ढेर हुए हैं. इस ऑपरेशन की सफलता पर PM नरेंद्र मोदी (PM Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जवानों की तारीफ की है. ऑपरेशन खत्म होने के बाद CM विष्णु देव साय अचानक अपने सभी दौरे रद्द बीजापुर के लिए रवाना हो गए हैं.
CM साय के कार्यक्रम में बड़ा बदलाव
CM विष्णु देव साय 15 मई 2025 को ‘सुशासन तिहार’ के तहत पेंड्रा और बिलासपुर जिले के दौरे पर जाने वाले थे. अचानक उनके कार्यक्रम में बड़ा बदलाव हुआ है. वह रायपुर से बीजापुर दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक CM साय कर्रेगुट्टा भी जाएंगे. यह वही जगह हैं, जहां हाल ही में सुरक्षाबलों के जवानों ने 21 दिनों तक सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दिया है. जवानों ने इस अभियान के दौरान 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. CM साय कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में शामिल जवानों से मिलेंगे और उनका हौसला बढ़ाएंगे.
दंतेवाड़ा में जवानों और ग्रामीणों से करेंगे मुलाकात
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय दंतेवाड़ा-सुकमा बॉर्डर स्थित मूलर गांव भी दौरे के लिए पहुंचेंगे. यहां CRPF जवानों और मुलेर ग्रामवासियों से मुलाकात कर उनसे बातचीत करेंगे. इसके अलावा बीजापुर और दंतेवाड़ा के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. जानकारी के मुताबिक इस दौरे के दौरान CM साय जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे और फीडबैक लेंगे. वह सुशासन तिहार और विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे.
नक्सलियों के सुरक्षित गढ़ में बनेगी रणनीति
CM विष्णु देव साय बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमाओं पर स्थित गलगम के CRPF कैंप पहुंचेंगे. यहां न सिर्फ जवानों का हौसला बढ़ाएंगे, बल्कि उन्हीं जांबाजों के साथ बैठकर अगली रणनीति भी तय करेंगे. इस यात्रा का असल मकसद कर्रेगुट्टा जैसे रणनीतिक क्षेत्र में मिली सैन्य जीत को विकास और स्थायी शांति में बदलना है.
यह इलाका अब तक नक्सलियों का सुरक्षित गढ़ माना जाता था, लेकिन यहां से 450 से ज्यादा IED डिफ्यूज किए गए, बड़ी मात्रा में हथियार और पहली बार नक्सलियों द्वारा तैयार की गई दो मेगा स्नाइपर गन जब्त हुई. यह संकेत है कि नक्सल आंदोलन न केवल कमजोर हुआ है, बल्कि पहली बार घबराहट में है. ऐसे में मुख्यमंत्री की यह यात्रा आने वाले महीनों में नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने की दिशा में निर्णायक मानी जा रही है.
शाम को करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
बस्तर दौरे के दौरान सभी बैठकों के बाद CM विष्णु देव साय शाम 7 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसके बाद बीजापुर में रात्रि विश्राम करेंगे.
अंत की ओर ‘लाल आतंक’
छत्तीसगढ़ में अब ‘लाल आतंक’ अंत की ओर है. एक तरफ सुरक्षाबलों के जवान संयुक्त रूप से लागातर कार्रवाई करते हुए नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं. उनके ट्रेनिंग कैंप, बंकर आदि को नष्ट कर रहे हैं. साथ ही मुठभेड़ में भी सफलता हासिल कर रहे हैं.
वहीं, दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने नक्सलियों की आत्मसमर्पण नीति में बड़ा बदलाव किया है. साय सरकार की ओर से हथियार के साथ और बिना हथियार के आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि के साथ-साथ रहने के लिए आवास और भारत सरकार की पुनर्वास योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है.
आत्मसमर्पण कर रहे नक्सली
इस नीति में यह सुनिश्चित किया गया है कि आत्मसर्मपण करने वाले नक्सलियों को समाज में दोबारा स्थापित होने के लिए हरसंभव मदद मिले. आत्मसमर्पणकर्ता को सिर्फ प्रोत्साहन राशि, मुआवजा, इनाम ही न मिले बल्कि उसे इसके साथ शिक्षा, पसंद के अनुसार रोजगार-व्यवसाय के लिए कौशल प्रशिक्षण, स्वरोजगार और सामाजिक सम्मान भी मिले. इस योजना से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं.
21 दिन में 31 नक्सली ढेर
बीजापुर के करेगुट्टालू पहाड़ी पर 21 अप्रैल से 11 मई 2025 तक चले अभियान में 21 मुठभेड़ों में 16 महिला नक्सलियों सहित 31 नक्सलियों के शव और 35 हथियार बरामद किए गए. प्रारंभिक जांच से पता चला कि मारे गए माओवादी प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) संगठन की पीएलजीए बटालियन नंबर 01, तेलंगाना स्टेट कमेटी, और दंडकारण्य विशेष जोनल कमेटी से संबंधित थे. इस दौरान 216 माओवादी ठिकाने और बंकर नष्ट किए गए, जिनमें 450 आईईडी, 818 बीजीएल शेल, 899 बंडल कॉर्डेक्स, डेटोनेटर, और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई.
PM मोदी-अमित शाह ने की जवानों की तारीफ
इस नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों के जवानों को मिली सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जवानों की तारीफ की है. बता दें कि इस बीच नक्सलियों के केंद्रीय प्रवक्ता अभय ने भी PM मोदी-अमित शाह के नाम एक प्रेस नोट जारी कर शांति वार्ता की अपील की है.
