Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए जरूरी खबर है. अब तक धीमी रफ्तार से हो रही धान खरीदी अब तेज रफ्तार के साथ होगी. प्रदेश में 25 लाख से ज्यादा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी जारी है, लेकिन अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर सहकारी समितियों के कर्मचारी 3 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए थे. इस हड़ताल के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही थी. सरकार के आश्वासन और किसानों को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल को खत्म कर दिया है. सोसाइटी के कर्मचारी सोमवार से वापस काम पर लौटेंगे, जिससे धान खरीदी में तेजी आएगी.
‘धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है’
कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने पर प्रदेश के डिप्टी CM अरुण साव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा- ‘धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लगातार निर्देशित करते रहें हैं कि धान खरीदी में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. किसानों को किसी तरह असुविधा न हो इसलिए बैठकें की. धीरे-धीरे धान खरीदी में तेजी आ रही है. सभी अधिकारी-कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी समझकर धान खरीदी में लगे हैं.’
बता दें कि हड़ताली सहकारी कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने एक्शन लेते हुए एस्मा लागू कर दिया था. गृह विभाग की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि धान खरीदी की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की हड़ताल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. आदेश में कहा गया है कि खरीदी कार्य से इंकार करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
15 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी
छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो गई है, जो 31 जनवरी 2026 तक जारी रहेगी. प्रदेश सरकार ने इस साल समर्थन मूल्य पर 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी मात्रा निर्धारित की है. किसान सोमवार से शुक्रवार तक केंद्र में धान बेच सकते हैं.
