CG News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में इन दिनों धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है. बीते दिनों पूसा गांव में धर्मांतरित परिवारों के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की गई. वहीं अब मतांतरित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर ग्रामीण विरोध जता रहे हैं. इतना ही नहीं ग्रामीणों मे अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजना भी बंद कर दिया है.
धर्मांतरित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध
दरअसल, कांकेर जिले के उसेली पंचायत के ग्राम पूसा गांव में दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धर्मान्तरण किया है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने बैठककर उनसे मूल धर्म में वापस आने की बात कही, लेकिन दोनों कार्यकर्ताओं द्वारा इसे अस्वीकार कर दिया गया. इसके बाद से ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजना बंद कर दिया. वहीं इस वक्त गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है.
धर्मांतरित परिवारों को गांव छोड़ की दी चेतावनी
इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि, जिन परिवारों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है, वे या तो दोबारा अपनी मूल धर्म में आ जाएं या फिर गांव छोड़कर चले जाएं. साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित परिवार लिखित रूप में यह घोषणा करें कि वे गांव से जा रहे हैं.
18 दिसंबर को भी हुआ था बवाल
धर्मांतरण को लेकर क्षेत्र में बीते कुछ समय से तनाव का माहौल बना हुआ है. गौरतलब है कि बीते 18 दिसंबर को बड़े तेवड़ा और आमाबेड़ा गांव में भीड़ ने तीन चर्चों को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस के जवाबी कार्रवाई में कई ग्रामीण घायल हुए थे. वहीं पुलिस के अधिकारियों को भी चोटें आई थी.
