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बारटेंडर से करोड़पति ‘बाबा’ बना तरुण उर्फ कांति, गोवा में चलाता था रिसॉर्ट जैसा योगाश्रम

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छत्तीसगढ़ का फर्जी बाबा

Chhattisgarh: राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में योगाश्रम की आड़ में कथित रूप से नशा और अनैतिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए योगी तरुण उर्फ कांतिलाल अग्रवाल (45) की कहानी ने सबको चौंका दिया है. जांच में पता चला है कि एक समय गोवा में बारटेंडर का काम करने वाला ‘कांति’ अब करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया है और आश्रमों की आड़ में रिसार्ट जैसे ठिकाने चला रहा है. डोंगरगढ़ में भी उसकी ऐसी ही आलीशान योजना थी, जहां वह 30 एकड़ की पहाड़ी जमीन पर करीब पांच हजार लोगों की क्षमता वाला एक भव्य आश्रम बना रहा था. दावा था कि यहां आयुर्वेदिक उपचार पद्धति मिलेगी, लेकिन पुलिस को छापे में गांजा और यौन क्रिया संबंधी आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं.

गोवा में बार टेंडर का काम करता था तरुण उर्फ कांति

स्वयं को ‘योगी’ बताने वाले तरुण की पृष्ठभूमि खंगालने पर उसका ‘भोगी’ पहलू उजागर होता है. जानकारी के अनुसार तरुण को पहले ‘कांति’ नाम से जाना जाता था. युवावस्था में उसने डोंगरगढ़ में कोई खास काम नहीं किया. इसके बाद वह गोवा चला गया, जहां उसने बार टेंडर के तौर पर काम किया.

प्रशिक्षित योग गुरु होने का दावा

जानकारी के अनुसार, बार टेंडर के तौर पर काम करते हुए कांति की मुलाकात कुछ लोगों से हुई, जिसके बाद वह योग का प्रशिक्षण लेने लगा. उसने स्वयं भी पुलिस के सामने दावा किया है कि वह कई संस्थाओं से प्रशिक्षित योग गुरु है. हालांकि, इससे जुड़े कोई दस्तावेज उसने पेश नहीं किए हैं.

डोंगरगढ़ में खरीदी जमीन, NGO का पैसा

ऐसी जानकारी मिली है कि कांति ने डोंगरगढ़ में 30 एकड़ की जमीन खरीदी. इसके लिए 6 करोड़ रुपए चुकाए गए. उसने सभी को बताया कि वह एनजीओ का पैसा है जिससे जमीन खरीदी गई है. जब जमीन की रजिस्ट्री हुई तब भी कुछ विदेशी नागरिक उसके साथ थे. ऐसा जानकारी भी आ रही है कांति के परिवार को भी पता नहीं था कि उसकी पहुंच इतनी बड़ी हो चुकी है. इसके बाद वह कई बार यहां विदेशियों से के साथ आता-जाता रहा.

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संदिग्ध है कथित योगी की गतिविधियां

24 जून को डोंगरगढ़ पुलिस ने तरुण के फार्महाउस में छापेमारी की. यहां उसके कब्जे से करीब दो किलो गांजा बरामद हुआ. इसके साथ ही उसके पास से पुरुष और महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाली यौनक्रिया संबंधी चीजें भी मिली. तरुण ने पूछताछ में इसे अपने अनुयायियों का बताया है. उसका पक्ष है कि उसके संपर्क में कई लोग हैं जो आश्रम आते जाते हैं. ये उनमें से किसी का भी हो सकता है.

एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई

इस पूरे मामले को लेकर राजनांदगांव पुलिस का कहना है कि आरोपी के संबंध में छानबीन जारी है. वह खुद को कई एनजीओ से जुड़ा हुआ बता रहा है लेकिन इसके कोई दस्तावेज उसने नहीं दिए हैं. उसके परिसर से कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिली हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है. आगे की जांच जारी है.

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