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दुर्ग नन विवाद से बस्तर में बवाल, बजरंग दल के खिलाफ ईसाई समाज ने की गिरफ्तारी की मांग, दी चक्काजाम की चेतावनी

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बस्तर के ईसाई समाज में रोष

CG News: दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो मलयाली ननों की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुए विवाद की लपटें अब बस्तर तक पहुंच गई हैं. जगदलपुर में मसीह समाज के पदाधिकारियों ने कलेक्टर और SP को ज्ञापन सौंपते हुए बजरंग दल के सदस्य रतन यादव और सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति शर्मा पर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही एक्शन न लिए जाने पर चक्काजाम की चेतावनी भी दी है.

ईसाई समाज ने लगाया आरोप

ईसाई समुदाय ने आरोप लगाया कि दुर्ग में ननों की गिरफ्तारी गलत थी और कोर्ट से उन्हें जमानत मिलने के बाद भी उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने चांदनी चौक में हुए पुतला दहन और आपत्तिजनक नारों का विरोध करते हुए इसे अमानवीय और असंवैधानिक बताया. समुदाय का कहना है कि इस घटना से क्षेत्र में तनाव और दहशत का माहौल बन गया है. मसीह समाज ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बना रह सके. ईसाई समाज ने कहा है कि अगर हमारी मांग पूरी नही होती है तो हम उग्र आंदोलन करते हुए चक्का जाम करेंगे.

क्या है ननों की गिरफ्तारी मामला?

25 जुलाई 2025 को छत्तीसगढ़ दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक नारायणपुर की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

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NIA कोर्ट ने दोनों ननों को दी सशर्त बेल

बिलासपुर स्थित NIA कोर्ट ने 2 अगस्त 2025 को दोनों ननों को सशर्त जमानत दे दी है. जमानत मिलने के बाद दोनों मलयाली नन जेल से रिहा भी हो गई हैं. उन्हें लेने के लिए केरल BJP प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर,दो नन, केरल कांग्रेस के सांसद और INC MLA दुर्ग जेल पहुंचे. वहीं, रिहाई मिलने के बाद केरल कांग्रेस के डेलीगेसट्स ने मिठाई बांटी.

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