CG News: पूर्व नक्सली सीसी कमांडर रूपेश ने सरेंडर के बाद वीडियो जारी किया है. रुपेश ने अपने साथियों के साथ वीडियो जारी किया है. इसमें रूपेश ने अब तक सरेंडर ना करने वाले नक्सलियों को मैसेज दिया है. रूपेश ने कहा, ‘सभी नक्सलियों के पास अब एक ही अंतिम विकल्प है. जो अनसुने रहे उन्हें परिणाम भुगतने पड़ेंगे.’
‘सशस्त्र संघर्ष को विराम देकर भविष्य के बारे में सोचें’
पूर्व नक्सली रूपेश ने कहा, ‘मैं एक बार फिर बताना चाहता हूं. हम अप्रैल महीने से ही शांतिवार्ता की कोशिश की. मैंने भी अपने नाम से स्टेटमेंट जारी किया. हमारे बुद्धजीवी क्रांतिकारी और समाजसेवी को कुछ कन्फ्यूजन है. आज हम सशस्त्र संघर्ष को विराम देते हुए हम लोगों को भविष्य के बारे में सोचना चाहिए. हमने कोर बैठक के लिए एक महीने के लिए सरकार से समय मांगा था. लेकिन इसके पहले ही बीआर दादा की शहादत हो गई. ऐसा बताया जा रहा है कि दादा ने सशस्त्र संघर्ष विराम करने के लिए पहले लेटर जारी किया फिर उन्होंने पुनर्विचार किया था. लेकिन यह पूरी तरह गलत है.’
‘हिंसा को छोड़कर विकास को अपनाना है’
रूपेश ने कहा, ‘आज की परिस्थिति को देखते हुए समझदारी दिखानी होगी. हिंसा को छोड़कर विकास और शांति का रास्ता अपनाना है. मैं अपने बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं कोर बैठक में अपने विचार रखना चाहता हूं. हथियार बड़ी बात नहीं है. अब रास्ते सारे बंद हो चुके हैं. मैं इन लोगों को ऐसे मरने नहीं देना चाहता हूं. मैं इन लोगों को बचाना चाहता हूं.’
17 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में 210 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया है. इसमें पोलित बुथ सदस्य रूपेश, सोनू दादा, प्रभाकर समेत करोड़ों के इनामी नक्सली शामिल थे. इसके पहले 16 अक्टूबर को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सली नेता मल्लौजुला वेणुगोपाल राव (उर्फ भूपति/सोनू दादा) ने 60 नक्सलियों के साथ सरेंडर किया था.
