CG News: रायपुर के सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर को पुलिस ने ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया था. जहां उसे कोर्ट में पेश करने के बाद अदालत ने एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया था. आज वीरेंद्र तोमर को रायपुर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सूदखोर वीरेंद्र तोमर को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. अब इस मामले में सूदखोर को 14 नवंबर को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस ने कोर्ट से सूदखोर वीरेंद्र तोमर की रिमांड बढ़ाने की मांग की थी.
पुलिस रिमांड के दौरान वीरेंद्र तोमर से सूदखोरी के संबंधित बिंदुओं पर और उसके भाई रोहित तोमर को लेकर पूछताछ करेगी. मामले में अभी रोहित तोमर फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस सूदखोर वीरेंद्र तोमर की रिमांड बढ़ाने की मांग की थी.
हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर चढ़ा पुलिस के हत्थे
रायपुर में सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर मामलों में फरार चल रहा हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. रायपुर पुलिस ने शनिवार को ग्वालियर में घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया और रविवार को उसे रायपुर लाया गया. रायपुर पहुंचने पर पुलिस ने अपराध की सजा का उदाहरण पेश करते हुए उसका जुलूस निकाला, इस दौरान वह खुद ‘अपराध करना पाप, कानून हमारा बाप’ कहते हुए नजर आया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही उसके भाई रोहित तोमर को भी गिरफ्तार किया जाएगा.
पुलिस ने तैयार की थी विशेष रणनीति
जानकारी के मुताबिक, रूबी सिंह तोमर उर्फ वीरेंद्र तोमर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 3 नवंबर को ही विशेष रणनीति तैयार की थी. पुलिस ने उसके मोबाइल टावर की लोकेशन ट्रेस की और एसएसपी के निर्देश पर अलग-अलग टीमों को मध्य प्रदेश और दिल्ली भेजा गया था. गुप्त सूचना के आधार पर ग्वालियर में की गई घेराबंदी के दौरान वीरेंद्र तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया.
परिवार के साथ मिलकर करता था सूदखोरी का धंधा
करीब पांच महीने पहले प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला ने रोहित तोमर पर मारपीट का आरोप लगाते हुए तेलीबांधा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद से रोहित और वीरेंद्र दोनों फरार चल रहे थे. वीरेंद्र तोमर पर रायपुर के विभिन्न थानों में छह से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह अपने भाई और परिवार के साथ मिलकर सूदखोरी का धंधा करता था, जहां जरू
