Mahadev Betting App: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा एप मामले में आरोपी असीम दास को देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उसे गिरफ्तार किया था. दास मुख्य आरोपियों में से एक है. असीम दास के पास से ED ने 5 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए थे. इसके साथ ही उसके राजनीतिक नेताओं से संपर्क भी सामने आए थे.
कौन है असीम दास?
2 नवंबर 2023 को ईडी ने रायपुर के ट्रायटॉन होटल और भिलाई के एक मकान पर छापेमारी की. इस दौरान ED ने 5 करोड़ से ज्यादा बरामद किए. ईडी ने ड्राइवर असीम दास और पुलिस आरक्षक भीम सिंह यादव को गिरफ्तार किया. असीम दास ने ईडी की पूछताछ में कांग्रेस नेताओं के पास करोड़ों रुपये पहुंचाने की बात कही थी.
क्या है महादेव सट्टा एप घोटाला?
साल 2016 में छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और अतुल अग्रवाल ने साल महादेव बुक ऐप लॉन्च किया था. जब यह एप लॉन्च हुआ तो शुरुआत में इसके जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी होती थी, जिस पर क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों के साथ पोकर, तीन पत्ती, वर्चुअल गेम यहां तक की चुनाव को लेकर भी भविष्यवाणी पर दांव लगाया जाता था.
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इसके बाद साल 2020 में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और अतुल अग्रवाल ने हैदराबाद स्थित रेड्डी अन्ना नामक एक और सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म को 1 हजार करोड़ रुपए में खरीदा. इसके बाद यूजर्स की संख्या में बंपर इजाफा हुआ और हजारों करोड़ का कारोबार होने लगा. साल 2022 में आयकर विभाग और ED ने जब इस पर शिकंजा कसा तो करीब 6000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे, जिसकी जांच की जा रही है.
