Mahtari Vandan Yojana eKYC: छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए जरूरी खबर है. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदना योजना के तहत अब उन 4.25 लाख हितग्राहियों की खोज घर-घर जाकर की जाएगी, जिन्होंने अभी तक अपनी e-KYC प्रक्रिया पूरी नहीं की है. महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी जिलों को सख्त निर्देश जारी करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे अपने क्षेत्र की ऐसी ‘महतारी’ बहनों को चिह्नित करें और उन्हें कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या अटल डिजिटल सुविधा केंद्र तक लाकर e-KYC जरूर कराएं.
योजना की मौजूदा स्थिति
- प्रदेश में कुल 69,26,377 पात्र हितग्राही चिह्नित
- अब तक 21 किस्तें जारी हो चुकी हैं. योजना के तहत करीब 13,671 करोड़ 68 लाख रुपए की सहायता दी जा चुकी है
- हर महीने 1000 रुपए की राशि सीधे खाते में ट्रांसफर की जाती है
e-KYC क्यों जरूरी?
वित्त विभाग के 16 अप्रैल के पत्र के बाद सभी हितग्राहियों का ई-केवायसी अनिवार्य किया गया है. खाद्य विभाग ने पहले ही लाखों लोगों का ई-केवायसी कर राशि जारी की, लेकिन 4.25 लाख महिलाएं अभी भी बाकी हैं. विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि 10 दिनों के अंदर ई-केवायसी पूरा नहीं किया तो योजना की राशि रोक दी जाएगी.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिली खास जिम्मेदारी
- इन 4.25 लाख हितग्राहियों की पूरी सूची आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है
- हर क्षेत्र के BLE (ग्राम स्तरीय उद्यमी) का नाम व मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया गया
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बीएलई के साथ मिलकर महिलाओं को केंद्र तक पहुंचाएंगी
e-KYC कहां और कैसे होगा?
- ग्रामीण क्षेत्र: ग्राम पंचायत भवन में बने अटल डिजिटल सुविधा केंद्र
- शहरी क्षेत्र: वार्ड कार्यालय
- काम सिर्फ CSC और बीएलई ही करेंगे, उनके कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं
- पूरी तरह निःशुल्क, कोई शुल्क नहीं
- बायोमैट्रिक (फिंगरप्रिंट/आंख स्कैन) आधारित
अगर बायोमैट्रिक फेल हो जाए तो?
- आधार केंद्र जाकर नाम/पता/मोबाइल अपडेट कराएं
- फेल होने का कारण (नाम में गड़बड़ी, फिंगरप्रिंट न मिलना आदि) जरूर दर्ज किया जाएगा
e-KYC में आ रही मुख्य समस्याएं
- आधार में नाम-पते की स्पेलिंग गलत
- मोबाइल नंबर लिंक नहीं
- बैंक खाते का विवरण मेल नहीं खाना
