Ambikapur News: अंबिकापुर शहर में लगातार जल भराव की स्थिति देख अंबिकापुर नगर निगम की महापौर मंजूषा भगत आज जल भराव वाले क्षेत्र का निरीक्षण के लिए निकलीं. इस दौरान मंजूषा भगत ने बड़ा बयान दिया और कहा कि उन पर लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि वह कुछ नहीं कर रही हैं, लेकिन बारिश को रोकने के लिए भगवान से उनकी सेटिंग भी नहीं हो पा रही है और भगवान को कैसे कहें कि अब बहुत हुआ बारिश रोक दीजिए. मंजूषा भगत का यह बयान अब सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल होने लगा है.
बारिश के कारण जलभराव की स्थिति
सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में लगातार पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण जल भराव की स्थिति जगह-जगह देखने को मिल रही है. आज क्षेत्रीय विधायक राजेश अग्रवाल के सरकारी आवास में भी जल भराव की स्थिति देखने को मिली, इस पर मोटर और टैंकर के माध्यम से पानी को बाहर निकाल गया, सोशल मीडिया में लोग मोटर लगाकर पानी निकालना का वीडियो डालकर इसे भी खूब वायरल कर रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि आखिर विधायक के आवास में जल भराव की स्थिति आने पर मोटर और टैंकर पहुंच जा रहा है तो फिर आम लोगों के घरों में पानी घुस रहा है उसके लिए क्या किया जा रहा है.
‘पुल में इंजीनियरिंग का ध्यान नहीं रखा’
अंबिकापुर नगर निगम के महापौर मंजूषा भगत आज वार्ड क्रमांक 22 और 23 में पहुंची यहां पर उन्होंने देखा कि पिछले कुछ महीने पहले बनाया गया पुलिया बेहद ही घटिया बनाया गया है और इसकी निर्माण में भी इंजीनियरिंग का ख्याल नहीं रखा गया इस पर उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने बेहद खराब काम किया है अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम को मौके पर भेजकर इसकी मौके पर जांच कराएंगी. इसी दौरान जब मंजूषा भगत से सवाल किया गया है कि शहर में जल भराव की नौबत बार-बार आ रही है, वो क्या कर रही हैं तो उन्होंने कहा कि भगवान से उनकी सेटिंग नहीं हो पा रही है और लगातार बारिश हो रही है.
अंबिकापुर शहर में ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति बन रही है नाले और नालियों का निर्माण नहीं हो पा रहा है. इसके अलावा अंबिकापुर में अवैध प्लाटिंग कर मकान बनाने की वजह से ऐसी नौबत बन रही है खेती की जमीनों पर मकान बन गए हैं और जल निकासी की व्यवस्था नहीं हुई है यही वजह है कि तेज बारिश में अंबिकापुर शहर का कहीं हिस्सा पानी से लबालब हो रहा है.
नाले और नालियों का टेंडर तीसरी बार निरस्त हुआ
लगातार हर साल जल भराव की नौबत आने के बाद भी अवैध प्लाटिंग और बिना मास्टर प्लान अप्रूवल के कॉलोनियों का बसाहट भी हो रहा है, यही वजह है कि बरसात के दिनों में लोग परेशान हो जाते हैं और इसके बाद नगर निगम प्रशासन को इससे जूझना पड़ता है हालांकि पुराने इलाकों की भी ऐसी ही स्थित है दूसरी तरफ पिछले दिनों तीन करोड़ से अधिक रुपए के निर्माण कार्यों का टेंडर निरस्त किया गया है जिसमें कई नाले और नालियों का निर्माण होना था और यह टेंडर तीसरी बार निरस्त हुआ है अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो कई इलाकों में अब तक निर्माण कार्य शुरू हो चुका होता.
बहरहाल मंजूषा भगत के महापौर बनने के बाद यह पहली बारिश है और ऐसे में शहर के लोग जल भराव के साथ खराब सड़कों की वजह से सबसे अधिक परेशान हो रहे हैं, लोगों ने मंजूषा भगत से बहुत ज्यादा उम्मीद भी कर रखी है यही वजह है कि अब धीरे-धीरे मंजूषा भगत को लोगों के नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है हालांकि मंजूषा भगत इसे समझ रही हैं और आने वाले दिनों में लोगों की मूलभूत समस्याओं को दूर करने के लिए उन्हें तेजी से काम करना पड़ेगा.
