सूरज साहू (सूरजपुर)
CG Local Body Election: सूरजपुर नगरपालिका का ऐसा वार्ड जिसके किस्से इस चुनाव में कहानी बन चुकी है. जहां इस वार्ड को लेकर लोगों की धारणायें एक अलग ही दास्तां लिख रही है. जिसको लेकर कई दावे भी किए जा रहे है, तो कई इसे झूठ भी मान रहे है. वहीं वर्तमान पार्षद प्रत्याशीयों के भी अपने दावे है, जो इन कहानियों को झुठा साबित करती है.
मौलाना आजाद वार्ड पार्षद बनने पर होती है मौत
सूरजपुर नगरपालिका का वार्ड क्रमांक 2 जिसे मौलाना आजाद वार्ड व महगंवा के नाम से जाना जाता हैं, यह वार्ड इन दिनों सुर्खियों में है. जिसका कारण की यहां जो भी पार्षद बनता है उसकी मौत हो जाती है. ऐसा हम नहीं कह रहे ऐसी बाते लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.
ऐसा रहा इस वॉर्ड का इतिहास
वहीं लोग इसे भ्रम भी बता रहे हैं, दरअसल वार्ड क्रमांक 2 वर्ष 1994 में पहली बार प्रकाश में आया जहां मोहम्मद रफी उर्फ़ लोलो पहली बार यहां से पार्षद हुए. वही इनकी मृत्यु बिमारी से वर्ष 2015 में हुई. जिसके बाद वर्ष 1999 में हुए पार्षद चुनाव में मोहरमनिया ने बाजी मारी लेकिन कार्यकाल के दुसरे वर्ष में उनके पति की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई. वहीं पार्षद रह चुकी मोहरमनिया आज भी जीवित है. जहां वर्ष 2003 में हुए चुनाव में जीयाजुल हक पार्षद निर्वाचित हुए और लगातार दो पंचवर्षिय यानी दस वर्ष तक पार्षद रहे, जिसके बाद महिला सीट होने की वजह से लीलावती राजवाड़े साल 2013 पार्षद बनी लेकिन दो वर्ष बाद इनके पति बरत राजवाड़े की मौत हो गई.
बताया जाता है कि शरीर में लगे एक पुराने चोट की वजह से उनकी मौत हुई थी, लेकिन पार्षद रही लीलावती आज भी जीवित हैं, वहीं वर्ष 2018/19 के हुए पार्षदी चुनाव में जीयाजुल हक उर्फ़ राजु फिर से पार्षद बने और ठिक विधानसभा चुनाव 2023 में उनकी मृत्यु हुई. जिसका कारण हार्ट अटैक रहा. जहां इस वार्ड के पार्षदों मे एक की मृत्यु कार्यकाल में रहते हुए हुई तो कुछ पार्षदों के परिजनों की मृत्यु हुई. वही प्रथम पार्षद की मृत्यु लगभग 20 वर्षों के बाद हुई. जहां इन सभी की मौत बिमारी व अन्य कारणों से हुई.
कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े को मैदान में उतारा
वहीं बता दें कि इसी वार्ड के वासी रहे भैय्यालाल राजवाड़े जो वर्ष 1999 में सूरजपुर नगरपालिका के अध्यक्ष रहे और उनकी मौत लगभग साल 2017 के समय हुई वह भी हार्ट अटैक के कारण. बड़ी बात यह हैं कि भैय्यालाल राजवाड़े जो अध्यक्ष रहे और अब इस दुनिया में नही रहे उनके पुत्र पारसनाथ राजवाड़े इस वार्ड से वर्तमान में कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी है. यही नहीं पिछले चुनाव में भी पारसनाथ ने पार्षदीय चुनाव लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
इन्ही सभी बातों के बीच पूर्व पार्षद रही लीलावती व मृत्यु को प्राप्त हुए उनके पति बरत राजवाड़े के बेटा बहु इन सब बातों को संयोग भी मानते है और इनकार भी करते है. जहां कुछ वार्डवासी भी इन बातो से इनकार करते है तो कुछ हामी भरते है, तो कुछ संयोग बताते है. ऐसे में इन बातों पे यकीन करना और आंकड़ों के अनुसार चलने से कुछ और ही स्थिति सामने आती दिखती है.
मौलाना आजाद वार्ड में है 1216 मतदाता
जहां मौलाना आजाद वार्ड क्रमांक 2 महगंवा की बात करे तो यहां के मतदाताओं की संख्या 1216 है. ऐसे मे यहां के दावों और कहानियों के बीच पार्षद प्रत्याशीयों का कहना है कि ये सब बाते भ्रामक है. हम 21 वीं सदी में जी रहे है और इस समय मे इन सब बातों पे यकीन नही किया जा सकता है. वहीं जिन लोगों की मौत हुई हैं, वह बीमारियों की वजह से हुई हैं और यह एक संयोग मात्र है. ऐसा कुछ भी नहीं है.
