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झीरम घाटी कांड से लेकर बीजापुर IED ब्लास्ट तक… 27 से ज्यादा खतरनाक हमलों का मास्टरमाइंड, ढेर हुआ नक्सलियों का सबसे बड़ा कमांडर हिडमा

Naxal commander Hidma killed; mastermind of Jhiram Ghati and Bijapur IED attacks

नक्सली कमांडर हिडमा कितने हमलों का मास्टरमाइंड था?

Hidma Encounter News: भोले-भाले लोगों और बड़ी संख्या में जवानों की मौत का जिम्मेदार नक्सली कमांडर हिडमा ढेर हो गया है. इतिहास के पन्नों में दर्ज साल 2010 का दंतेवाड़ा नक्सली हमला हो, जिसमें 6 CRPF जवान शहीद हो गए थे या फिर साल 2013 झीरम घाटी नक्सली हमला, जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. इन सभी हमलों ने देश भर में लोगों को हिलाकर रख दिया था. बस्तर में हुए इन सभी खतरनाक हमलों का मास्टरमाइंड कोई और नहीं सिर्फ हिडमा था. 1 करोड़ का इनामी नक्सली कमांडर हिडमा अब नहीं रहा. जानिए उसके खतरनाक हमलों के बारे में-

ढेर हुआ 1 करोड़ का इनामी नक्सली कमांडर हिडमा

छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश सीमा पर चल रही मुठभेड़ में खूंखार नक्सली हिडमा ढेर हो गया है. उस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था. नक्सलियों की मिलिट्री बटालियन का कमांडर हिडमा दशकों से मोस्ट वांटेड था. वह बस्तर समेत कई बड़ी और खतरनाक नक्सल वारदातों में शामिल था. रावुला श्रीनिवास रमन्ना की मौत के हिडमा नक्सलियों का कमांडर बना था.

कितने खतरनाक हमलों का मास्टरमाइंड था हिडमा?

76 जवान हुए शहीद

साल 2010 था. 6 अप्रैल की सुबह दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला क्षेत्र में CRPF की 62वीं बटालियन के जवान सर्चिंग ऑपरेशन पर निकले थे. इसी इलाके में नक्सलियों ने अपना सबसे सुरक्षित घर बना रखा था. इस दिन करीब 500 से ज्यादा नक्सलियों ने जब CRPF के जवान ताड़मेटला गांव के पास आराम कर थे, उसी दौरान जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में 76 जवान शहीद हो गए.

झीरम घाटी नरसंहार

झीरम घाटी नरसंहार को भला कौन भूल सकता है. 25 मई 2010 को सुकमा में कांग्रेस ने परिवर्तन रैली आयोजित की थी. रैली खत्म होने के बाद कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा से जगदलपुर जा रहा था. इस काफिले मेंकरीब 25 गाड़ियां थीं, जिनमें 200 नेता सवार थे. जैसे ही काफिला झीरम घाटी से गुजरा, नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं समेत करीब 30 लोगों की मौत हो गई.

सुकमा-बीजापुर मुठभेड़ में 22 जवान शहीद

साल 2021 और अप्रैल का महीना… सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई. नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी होने पर जवानों ने ऑपरेशन शुरू किया था. इस दौरान बड़ी संख्या में नक्सलियों ने जवानों को घेर लिया. इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई जवान घायल भी हुए थे.

सुकमा हमला (बुर्कापल)

24 अप्रैल 2017 को सुकमा में नक्सलियों ने जवानों पर बड़ा हमला कर दिया था. इसके जवाब में सुरक्षाबलों के जवानों ने भी कार्रवाई की. इस मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 25 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 6 जवान घायल हुए थे.

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