Naxali Surrender: खत्म होते नक्सल संगठन को एक और बहुत बड़ा झटका लगा है. हैदराबाद में दो बड़े नक्सल लीडरों ने सरेंडर किया है, और मुख्यधारा का रास्ता थामा है. तेलंगाना स्टेट कमिटी मेंबर काकराला सुनीता उर्फ बद्री लक्ष्मी और चेनुरी हरीश उर्फ रामन्ना ने सरेंडर कर दिया है… ये दोनों लंबे समय से नक्सल संगठन में शामिल थे और कई बार मुठभेड़ में बच निकले थे.
नक्सलियों की टीचर सुनीता ने छोड़ा लाल आतंक का साथ
सुनीता सीसी मेंबर गौतम की पत्नी है, और लंबे समय तक छत्तीसगढ़ में रही है. सुनीता अपने पति के साथ मिलकर नक्सलियों का स्कूल चलाती थी. और नए लड़कों को भर्ती करके लाल आतंक की तालीम देती थी, लेकिन पति के मारे जाने के बाद सुनीता ने हथियार डाल दिया है.
कई बड़े मुठभेड़ों में शामिल रहीं
सुनीता 1986 में कॉलेज के दौरान रेडिकल स्टूडेंट्स यूनियन (RSU) से जुड़ीं हैं. नल्लमाला, आंध्र–ओडिशा सीमा (AOB) और दंडकारण्य क्षेत्रों में लंबे समय तक सक्रिय रहीं. विचारधारा और राजनीतिक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, पार्टी की रणनीति और दस्तावेज़ तैयार करने में भी योगदान. कई बड़े मुठभेड़ों में शामिल रहीं, जिनमें वेलिगोंडा, पुझारिगुड़ा, कुटुल और हाल ही में 2025 का अन्नापुरम नेशनल पार्क एनकाउंटर शामिल है, जिसमें उनके पति मारे गए.
2001 में, अपने पति टीएलएन चालम के साथ, उन्हें AOB (आंध्र-ओडिशा सीमा) क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ उन्होंने 2006 तक काम किया। AOB में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने पुजारीगुडा मुठभेड़ में भाग लिया.
2006 में, अपने पति टीएलएन चालम के साथ, उन्हें दंडकारण्य (DK) स्थानांतरित कर दिया गया। DK कार्यकर्ताओं में वैचारिक और राजनीतिक जागरूकता की कमी के कारण, केंद्रीय समिति ने कार्यकर्ताओं के बीच वैचारिक और राजनीतिक समझ को मजबूत करने के लिए सुनीता और चालम को विशेष रूप से DK में नियुक्त किया. 2014 में, उन्होंने कुतुल मुठभेड़ में भाग लिया. 05.06.2025 को, वह अपने पति के साथ अन्नापुरम राष्ट्रीय उद्यान मुठभेड़ में शामिल थीं, इस EoF में उनके पति टीएलएन चालम मारे गए.
चेनुरी हरीश ने कई नक्सली वारदातों को दिया अंजाम
चेनुरी हरीश 2006 में पढ़ाई के दौरान माओवादी विचारधारा से प्रभावित होकर संगठन से जुड़े. मंगली–इंद्रावेली एरिया कमेटी में काम किया. 2021 में पार्टी सदस्यता मिली और कई मुठभेड़ों में शामिल रहे. दिसंबर 2022 में टेकामेट्टा एनकाउंटर में घायल हुए. 2024 में एरिया कमेटी मेंबर (ACM) के पद पर पदोन्नत हुए.
2015 में अश्विनी से की थी शादी
2010 से 2017 तक, आर्थिक तंगी के कारण, उन्होंने अलग-अलग जगहों पर काम किया. 2017 में, वह सीपी बाटा में शामिल हुए और लगभग एक महीने तक काम किया, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी. नवंबर 2018 में, अपनी पत्नी से तलाक के बाद, उन्होंने पार्टी में शामिल होने का प्रयास किया.
