कुंदन राजपूत (जशपुर)
CG News: नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी मौजूदगी खतरनाक अंदाज़ में दर्ज कराई है. बीते दिन ओडिशा के सुंदरगढ़ ज़िले के बड़ागांव थाना अंतर्गत इटमा गांव स्थित बारूद गोदाम से एक विशेष वैन में लोड किए गए 5000 किलो बारूद को माओवादियों ने फिल्मी अंदाज़ में लूट लिया. यह बारूद 25 किलो के 200 पैकेट्स में रखा गया था, जिसे झारखंड सीमा से लगे केबलांग थाना क्षेत्र के बैंग पत्थर खदान में ले जाया गया था.
नक्सलियों ने लूटा 5000 किलो बारूद
जानकारी के अनुसार, जैसे ही वाहन बैंग खदान पहुंचा,हथियारबंद माओवादी खदान परिसर में दाखिल हुए. उन्होंने बंदूक की नोंक पर ड्राइवर और मजदूरों को धमकाते हुए पहले से लाए गए 200 पैकेट बारूद को वापस वाहन में लोड कराया। इसके बाद माओवादी वाहन को जंगल की ओर ले गए.
40 नक्सलियों ने दिया घटना को अंजाम
बता दें कि जंगल के अंदर 40 से अधिक माओवादी पहले से मौजूद थे. उन्होंने पूरे बारूद को जंगल में उतार लिया और ड्राइवर व वाहन को वहीं छोड़कर बारूद लेकर गहराई में चले गए. घटना को 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं.
घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. सवाल यह है कि माओवादी इस हद तक संगठनात्मक ताकत के साथ कैसे सक्रिय हो सकते हैं, जबकि सरकार नक्सल गतिविधियों को नियंत्रित करने के दावे कर रही है. 5000 किलो बारूद किसी भी बड़े हमले को अंजाम देने के लिए पर्याप्त है.
नहीं मिला कोई सुराग
जब पत्रकारों की टीम इटमा स्थित गोदाम पहुंची, तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने स्पष्ट तौर पर बताया कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया में कुछ असामान्य नहीं देखा था. वैन में विधिवत रूप से 200 डिब्बों को लोड किया गया और इसे नियत स्थान के लिए रवाना किया गया था. लूट की जानकारी ड्राइवर के लौटने पर सामने आई. घटना के बाद अब तक माओवादी बारूद समेत फरार हैं और प्रशासन के पास कोई सुराग नहीं है.
हालांकि ओडिशा पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन घटना के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है. सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है. दोषियों को जल्द पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
