CG News: छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ संवाद के आडिटोरियम में मंडल के सभी तकनीकी अधिकारियों/कर्मचारियों हेतु गुणवत्ता जागरुकता कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 11 अक्टूबर को आयोजन किया गया. मंडल अध्यक्ष अनुराग सिंह देव ने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री एवं ओ.पी. चौधरी, आवास मंत्री के मंशानुसार मंडल लगातार अपनी आवासीय गतिविधियों में गुणात्मक सुधार कर रहा है. इस हेतु मंडल मुख्यालय से गाईड लाईन एवं नियम/प्रकिया के संबंध में दिशा निर्देश समय-समय पर जारी किए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि जहां देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं, हाउसिंग बोर्ड अपने स्थापना के 21 वर्ष पूर्ण कर चुका है. उन्होंने कहा है कि भवनों में जो छोटी-छोटी समस्याएं होती हैं उन्हें सुधार कर भवनों को हितग्राहियों के सुविधामूलक बनाना है. आवासों के निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण, समय बद्धता के लिए यह आवश्यक है कि निर्माण कार्य निर्धारित डिजाईन, मानक प्रावधानों का उपयोग और विशिष्टताओं के अनुसार पूर्ण हो. निर्माण कार्य के गुणवत्ता आश्वासन एवं गुणवत्ता नियंत्रण के लिए फिल्ड में फिल्ड स्टॉफ का सतत् पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण आवश्यक है. उन्होंने लम्बे समय से रिक्त सम्पत्तियों के विक्रय हेतु मंडल द्वारा लागू की गई OTS-॥ योजना के बहुत अच्छे प्रतिसाद के लिए सभी को बधाई दी. उन्होंने कहा कि मंडल के कार्यों की रिव्यू और रिफार्म के लिए लगातार समीक्षा की जा रही है. सभी तकनीकी स्टॉफ को नई तकनीक, विभिन्न पहलूओं पर मार्गदर्शन के लिए आज यह गुणवत्ता जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया है, निश्चित ही आज की इस कार्यशाला में तकनीकी स्टॉफ को नई जानकारी मिलेगी. साथ ही उनके डाउट्स भी हल किए जायेंगे. उन्होंने कहा कि आगामी महीने में मंडल लगभग 1500 करोड़ की नई आवासीय योजनाओं का शुभारंभ करेगा.
‘हर व्यक्ति का खुद के घर का सपना होता है’
आयुक्त अवनीश कुमार शरण ने कहा कि हर व्यक्ति का सपना होता है, “स्वयं का घर”. इसलिए यह आवश्यक है कि मंडल अपनी योजनाओं को जन भावना के अनुरुप कियान्वित करें. मंडल के हितग्राहियों को निर्माण संबंधी चिंता की जगह हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्मित भवनों में निवास करते हुए उन्हें संतुष्टि हो.
कार्यशाला में NIT Raipur के HOD Civil डी.के. रामटेक्कर ने भवनों के एलिवेशन, सेक्शन, ड्राईंग, विभिन्न तकनीकी विशिष्टताओं को विस्तार से बताया साथ ही उन्होंने प्रतिभागी अभियंताओं के विभिन्न प्रश्नों का, डाउट्स का समाधान किया.
कार्यक्रम में ये लोग उपस्थित रहे
हर्ष कुमार जोशी, अपर आयुक्त, मुख्यालय द्वारा गुणवत्ता जागरुकता कार्यशाला की उद्देशिका पर प्रकाश डाला. इस कार्यशाला में आर.के. राठौर, अपर आयुक्त, विनोद कुमार गहरवार, उपायुक्त ने विभिन्न निविदा प्रपत्रों, अनुबंध की शर्तों की जानकारी दी. एच.के. वर्मा, अपर आयुक्त ने वर्कमेनशीप, लीकेज सीपेज समस्या के निदान, निर्माण सामग्री के परीक्षण, एस.के.भगत, अपर आयुक्त, पूनम अग्रवाल ने निर्माण कार्यों में समयप्रबंधन, साईट सलेक्शन, र्का की मानिटरिंग, पी. के. सोनवानी, मुख्य लेखा अधिकारी ने वित्तीय प्रबंधन एवं बजट पर, सुनिल कुमार सिंह, मुख्य संपदा अधिकारी ने भवनों के आबंटन/आधिपत्य, कालोनी प्रबंधन/हस्तांतरण व हितग्राहियों से संवाद तथा राकेश कुमार पटेल, कार्यपालन अभियंता (विद्युत) ने विद्युतीकरण कार्यों के संबंध में अपना प्रस्तुतीकरण दिया.
गुणवत्ता जागरुकता कार्यशाला में अपर आयुक्त एम.डी. पनारिया, अजीत सिंह पटेल, उपायुक्त जी.पी. प्रजापति, एस. के. शर्मा मण्डल के समस्त कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं उप अभियंता उपस्थित रहे.
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