DGP-IGP Conference 2025: रायपुर में चल रहे डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस (DGP-IGP Conference) का आज दूसरा दिन है. सुबह करीब 8:25 बजे पीएम मोदी IIM नवा रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने 60वें अखिल भारतीय DGP-IG कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन की बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित देशभर की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे.
पैरामिलट्री फोर्सेस के साथ की चर्चा
कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पैरामिलिट्री फोर्सेस के अधिकारियों से चर्चा की है. चर्चा के दौरान एंटी-नक्सल ऑपरेशन, पाकिस्तान, बांग्लादेश सीमा राज्यों पर फोर्स के काम पर पीएम और गृह मंत्री ने समीक्षा की है. कॉन्फ्रेंस में हाल ही में हुए ऑपरेशन की जानकारी भी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को दी. BSF, CRPF, ITBP, CISF जैसी तमाम CAPF फोर्सेस के अधिकारियों के साथ यह महत्वपूर्ण चर्चा हुई.
DGP-IGP कॉन्फ्रेंस पर पीएम मोदी ने किया पोस्ट
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रही DGP-IGP कॉन्फ्रेंस को लेकर पीएम मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके लिखा कि रायपुर में DGP/IGP कॉन्फ्रेंस के पहले दिन भारत के सिक्योरिटी सिस्टम के अलग-अलग पहलुओं पर गहरी चर्चा हुई. यह इस फील्ड में बेस्ट प्रैक्टिस और इनोवेशन शेयर करने के लिए एक शानदार फोरम है.
पीएम मोदी के सामने देश के विभिन्न राज्यों से आए डीजीपी ने दी प्रेजेंटेशन
छत्तीसगढ़ में चल रही DGP-IGP कॉन्फ्रेंस में चार सत्र निर्धारित किए थे. इन सत्रों में वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद निरोध, आपदा प्रबंधन, महिला सुरक्षा, और पुलिस व्यवस्था में फोरेंसिक विज्ञान एवं एआई के उपयोग जैसे प्रमुख सुरक्षा मुद्दों पर रहे. कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन प्रधानमंत्री के सामने विभिन्न राज्यों के डीजीपी अपने-अपने राज्यों की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रेजेंटेशन लेकर पहुंचे थे. इसमें मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना और छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम भी शामिल हुए.
सभी राज्यों के डीजीपी ने अपनी-अपनी प्रेजेंटेशन में सुरक्षा व्यवस्था पर जानकारी पीएम मोदी के सामने रखी. छत्तीसगढ़ के DGP अरुण देव गौतम के द्वारा भी अपने राज्यों की कानून व्यवस्था की जानकारी दी गई. देश समेत बस्तर में माओवाद के खिलाफ कार्रवाई और आगे की रणनीति पर छत्तीसगढ़ के डीजीपी ने जानकारी दी. 31 मार्च 2026 के हिसाब से नक्सलवाद के खात्में पर विस्तार से चर्चा होने की जानकारी भी सामने आई है.
