Vistaar NEWS

महिलाओं की तरक्की और बच्चों के स्वास्थ्य को मिलेगा नया आयाम, छत्तीसगढ़ के 6 जिलों में ‘रेडी-टू-ईट’ पायलट प्रोजेक्ट, रायगढ़ से हुई शुरूआत

CG News

CM विष्णु देव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी

CG News: CM विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने PM नरेंद्र मोदी की गारंटी को स्वरूप देते हुए महिला स्व-सहायता समूहों को पूरक पोषण आहार “रेडी-टू-ईट” निर्माण का कार्य पुनः सौंपा है. इस महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत रायगढ़ जिले से हुई है.

छत्तीसगढ़ के 6 जिलों में ‘रेडी-टू-ईट’ पायलट प्रोजेक्ट

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण और कुपोषण मुक्ति के इस मिशन को प्रथम चरण में प्रदेश के 6 जिलों—बस्तर, दंतेवाड़ा, बलौदाबाजार, कोरबा, रायगढ़ एवं सूरजपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जा रहा है. जिसकी शुरूआत बस्तर से हुई है.

हाल ही में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ की 10 महिला स्व-सहायता समूहों को अनुबंध पत्र प्रदान किए थे. इसके बाद मशीन इंस्टॉलेशन का कार्य तेजी से किया गया और अब रायगढ़ जिले के ग्राम पंचायत कोतरलिया से “रेडी-टू-ईट” उत्पादन का शुभारंभ हो चुका है. CM साय ने कहा कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही आंगनबाड़ी के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि देशभर में 3 करोड़ “लखपति दीदी” बनाने का लक्ष्य रखा गया है और छत्तीसगढ़ इस दिशा में तेज गति से कार्य कर रहा है। रायगढ़ इस अभियान में अग्रणी जिला बना है.

ओपी चौधरी ने किया शुभारंभ

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने ग्राम कोतरलिया में “रेडी-टू-ईट” निर्माण इकाई का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने स्वयं मशीन चलाकर निर्माण प्रक्रिया का निरीक्षण किया और महिलाओं को गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए. वित्त मंत्री ने कहा कि रायगढ़ से प्रारंभ हुई यह पहल शीघ्र ही प्रदेश के सभी जिलों में लागू होगी और यह मॉडल पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बनेगा.

रायगढ़ से हुई शुरूआत

बता दें कि रायगढ़ जिले में कुल 2709 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. इन सभी केंद्रों के लिए 10 महिला स्व-सहायता समूहों का चयन किया गया है. इन समूहों को प्रधानमंत्री फॉर्मेलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइज (PMFME) योजना के अंतर्गत पूंजीगत सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है. रायगढ़ जिले की परियोजनाओं – रायगढ़ शहरी, रायगढ़ ग्रामीण, पुसौर, खरसिया, घरघोड़ा, तमनार, लैलूंगा, मुकड़ेगा, धरमजयगढ़ एवं कापू के अंतर्गत चयनित समूह जल्द ही “रेडी-टू-ईट” उत्पादन प्रारंभ करेंगे. फिलहाल इसकी शुरुआत कोतरलिया से हो चुकी है.

Exit mobile version