Vistaar NEWS

Raipur: गरबा में रात 10 बजे के बाद नहीं बजेगा DJ, CG वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने की युवाओं से दूरी बनाने की अपील

Garba

गरबा (फाइल इमेज)

Raipur News: इन दिनों शारदीय नवरात्रि की धूम है. अगले कुछ दिनों में गरबा आयोजन भी शुरू होने वाले हैं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गरबा आयोजनों को लेकर बड़ा अपडेट है. शहर में रात 10 बजे के बाद गरबा में DJ नहीं बजेंगे. इसके अलावा छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने मुस्लिम युवाओं को गरबा आयोजनों से दूरी बनाने की अपील की है.

रात 10 बजे के बाद नहीं बजेगा DJ

23 सितंबर को रायपुर में गरबा उत्सव समिति की बैठक हुई. इस बैठक में DJ पर रात 10 बजे के बाद पूर्ण प्रतिबंध का फैसला लिया गया है. इसके अलावा गरबा आयोजन के लिए नगर निगम से अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है. आयोजकों को सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश एवं कोलाहल अधिनियम का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा.

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने की युवाओं से दूरी बनाने की अपील

दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने मुस्लिम समाज के युवाओं से गरबा आयोजनों से दूरी बनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि हिंदू समाज का एक महत्वपूर्ण एवं पवित्र पर्व है, जिसमें माता जगदंबा की आराधना की जाती है और करोड़ों श्रद्धालु आस्था के साथ गरबा एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं.

उन्होंने कहा कि गरबा कोई साधारण नृत्य कार्यक्रम नहीं है. यह देवी दुर्गा की आराधना हेतु किया जाने वाला भक्तिपूर्ण लोकनृत्य है जो जीवन के चक्र और देवी की असीम शक्ति का प्रतीक है. यदि मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा में आस्था नहीं रखता है तो उन्हें गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूर रहना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई मुस्लिम भाई-बहन वेशभूषा व परंपरा का सम्मान करते हुए समिति से अनुमति लेकर भाग लेना चाहते हैं, तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होगी. किंतु गलत नियत से गरबा स्थलों में प्रवेश कर उपद्रव करने का प्रयास हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करता है, जिससे सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंच सकती है.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ को क्यों कहते हैं खनिज की राजधानी? एक नहीं, दो नहीं… 10 से ज्यादा पाए जाते हैं मिनरल्स

उन्होंने मुस्लिम युवाओं से अपील की कि वे ऐसे पवित्र धार्मिक आयोजनों से दूरी बनाए रखें और प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब का सम्मान करते हुए छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे और सद्भाव बनाए रखें.

Exit mobile version