Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को अब बड़े बदलाव के लिए तैयार होना होगा. दिसंबर महीने से प्रदेश में बिजली के मीटर मोबाइल की तरह रिचार्ज होंगे. इस संबंध में CSPDCL ने राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा है. प्रदेश भर में अब तक 47% घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं.
CSPDCL ने भेजा प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ में करीब 65 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य मार्च 2026 तक रखा गया है. अब तक करीब 27 लाख 50 हजार उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, जिसमें रायपुर सिटी और रीजनल से करीब 11.29 लाख उपभोक्ता हैं. इन स्मार्ट मीटरों में बिजली बिल भुगतान का सिस्टम पूरा मोबाइल रिचार्ज की तरह ऑटोमेटिक रहेगा. जितनी बिजली खपत होगी उतना ही बैलेंस उपभोक्ताओं के रिचार्ज से कटेगा, लेकिन अगर आप रिचार्ज नहीं करेंगे तो आपके घर की बिजली जा भी सकती है.
3 कंपनियां कर रहीं काम
CSPDCL ने प्रदेशभर में करीब 65 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तीन कंपनियां स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही हैं. इनमें रायपुर में टाटा पावर को काम मिला है. वहीं, सरगुजा, रायगढ़ और बिलासपुर में हाइप्रिंट जीनस पावर और दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर में जीनस पावर स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही हैं.
ऑटोमैटिक कटेगा पैसा
बता दें यह पूरा सिस्टम ऑटोमेटिक रहेगा. मोबाइल बैलेंस की तरह जितनी बिजली खपत उतना ही बैलेंस उपभोक्ताओं के रिचार्ज से कटेगा. इसके अलावा माइनस 300 रुपए तक के अतिरिक्त बैलेंस की छूट रहेगी, लेकिन यह लिमिट खत्म होने के बाद ही बिजली सप्लाई बंद हो सकती है. जब उपभोक्ता रिचार्ज करेंगे और पहले से बकाया 300 रुपए बैलेंस से कट जाएगा उसके बाद दोबारा सप्लाई शुरू होगा.
रिचार्ज खत्म होने पर मिलेगी जिम्मेदारी
बिजली उपभोक्ताओं को मीटर का रिचार्ज खत्म होने पर SMS के जरिए जानकारी मिलेगी. जानकारी के मुताबिक उपभोक्ताओं को रोजाना बिजली खपत की जानकारी और बिजली बिल की जानकारी SMS के जरिए मिलेगी. उन्हें रिचार्ज में खर्च बजट की जानकारी हर सप्ताह SMS के जरिए भेजी जाएगी. इतना ही नहीं जब रिचार्ज खत्म होने वाला होगा, तो अलर्ट मैसेज भी सप्ताह में तीन बार भेजा जाएगा.
