Vistaar NEWS

Surguja में जापानी बुखार का खतरा! मच्छर के काटने से सीधे दिमाग पर होता है अटैक, अलर्ट जारी

japanese encephalitis

जापानी एन्सेफलाइटिस का खतरा

Surguja News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. यहां जांच के दौरान जापानी बुखार यानी जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की पुष्टि हुई है. यह वायरस मच्छर द्वारा सुअरों को काटने के बाद इंसानों में फैलता है और सीधे दिमाग पर अटैक करता है. पशुपालन विभाग की रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

सरगुजा में जापानी बुखार का खतरा!

हाल ही में सरगुजा के 5 ब्लॉक में पशुपालन विभाग ने अभियान चलाकर 140 सुअरों के खून के सैंपल लिए थे. इनमें से 56 सुअरों के सैंपल में जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस की पुष्टि हुई है. सभी सैंपल पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला, हिसार, हरियाणा भेजे गए थे. यहां ब्लड सैंपल की आई जांच में रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

मच्छर के काटने से सीधे दिमाग पर होता है अटैक

जानकारी के मुताबिक सुअर में पाया जाने वाला यह वायरस का किसी मानव में प्रवेश का माध्यम क्यूलेक्स मच्छर होता है. यानी क्यूलेक्स मच्छर के जरिए यह वायरस इंसानों में फैलता है. यदि कोई इस तरह का मच्छर ऐसे सुअर को काटने के बाद किसी इंसान को काटता है तो वह जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस चपेट में आ जाएगा.

ये भी पढ़ें- Bilaspur: दुर्गा मां की प्रतिमा के साथ अमर्यादित व्यवहार से मचा बवाल! हिंदूवादी नेता ठाकुर राम सिंह गिरफ्तार

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जापानी इंसेफेलाइटिस के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, लगातार उल्टियां, कमजोरी और थकान लगना शामिल हैं. यह साधारण वायरल बुखार से अलग है.

वैक्सीन लगवाना जरूरी

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बीमारी के फैलने से रोकने के लिए विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. वहीं, इससे बचने के लिए वैक्सीन ही एक प्रभावी तरीका है. इसे फैलने से रोकने के लिए गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हैं. लोगों को बीमारी के लक्षणों, समय पर इलाज की आवश्यकता और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- Photos: गुलाबी ठंड में घूमने के लिए बेस्ट हैं सरगुजा की 7 ये जगहें, तुरंत बना लें प्लान

Exit mobile version