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Surguja: नेशनल पार्क में जंगली जानवरों के हक के पानी में डाला डाका, अफसरों ने किया स्टाप डेम घोटाला, नहीं हुई कार्रवाई

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CG News: छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास नेशनल पार्क में जानवरों को गर्मी में पीने के लिए पानी उपलब्ध कराए जाने के लिए सरकार करोड़ों रूपये खर्च कर स्टाप डेम का निर्माण करवा रहीं है लेकिन यहां कागजों में ही स्टाप डेम बनाने के मामले में बड़ा घोटाला हुआ है.

गुरु घासीदास नेशनल पार्क में स्टाप डेम घोटाला

गुरु घसीदास नेशनल पार्क में जंगली जानवरों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पार्क के अधिकारियों के द्वारा 13 अलग-अलग स्थान पर स्टाप डेम का निर्माण के लिए करीब दो करोड़ रूपये स्वीकृत कराया गया. इसके बाद पांच स्टाप डेम का निर्माण पूरा किया लेकिन आठ स्टाप डेम का निर्माण बिना ही रूपये निकाल लिया गया और इसके बाद इसकी शिकायत हुई तो जांच के लिए रायपुर से अफसरों की टीम पहुंची जिसमें गड़बड़ी सामने आई और गड़बड़ी छिपाने के लिए अब अफसरों द्वारा पहले कागजो में बनकर तैयार स्टाप डेम का निर्माण भौतिक रूप सें कराया जा रहा है.

गड़बड़ी सामने आने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

इन सब में सवाल उठता है कि आखिर मार्च माह में जिन अफसरों ने स्टाप डेम का निर्माण कागजो में पूरा होना बता दिया था. उनके खिलाफ जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई.

जानकारों की माने तो गुरु घासीदास नेशनल पार्क क्षेत्र के आनंदपुर और करेली गांव में स्टाफ डेम के निर्माण में गड़बड़ी की गई है. यहां स्टाप डेम का निर्माण अब जब किया जा रहा है उसमें भी निर्माण की क्वालिटी का ख्याल नहीं रखा जा रहा है जंगल से ही पत्थर खोदकर निर्माण स्थल पर लाया जा रहा है और उसी पत्थर से निर्माण किया जा रहा है.

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जानवरों के पानी के लिए बनाया जाता है डेम

गुरु घासीदास नेशनल पार्क में ऐसे निर्माण हर साल किए जाते हैं ताकि जंगली जानवरों को गर्मी के दिनों में पीने के लिए पानी की परेशानी ना हो लेकिन उसके बाद भी गुरु घासीदास नेशनल पार्क के जिम्मेदारों के द्वारा जानबूझकर बड़े स्तर पर गड़बड़ी की जा रही है. जिसका खामियाजा यहां रहने वाले जंगली जानवरों को भुगतना पड़ रहा है, वे पानी के लिए परेशान हो रहे हैं वहीं गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद भी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से जांच करने वाले अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगा है.

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