CG News: अंबिकापुर में फिर से एक बार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थको के बीच गुटबाजी देखने को मिली है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार की शाम अंबिकापुर पहुंचे. उन्हें सूरजपुर में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेना था, लेकिन, जब वह सोमवार की शाम अंबिकापुर पहुंचे तब कांग्रेस की गुटबाजी अंबिकापुर में देखने को मिली यहां पर सिंहदेव समर्थक भूपेश बघेल के आसपास दिखाई तक नहीं दिए.
यहां तक की जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी ना तो सड़क पर स्वागत करते दिखाई दिए और ना ही सर्किट हाउस में मुलाकात करते हुए दिखे वही भूपेश बघेल भी अपने समर्थकों के घरों में पहुंचकर रात्रि भोजन किया और सुबह नाश्ता इसके बाद भी सूरजपुर के लिए रवाना हो गए.
भूपेश बघेल के आगमन पर TS बाबा के समर्थकों ने किया किनारा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार जाने के बाद पहली बार अंबिकापुर पहुंचे थे, उम्मीद जताई जा रही थी कि अब कांग्रेस जब कथित रूप से एकजुट हो चुका है तब कांग्रेस में गुटबाजी दिखाई नहीं देगी और कांग्रेस के स्थानीय नेता जिस तरह से अंबिकापुर में एक साथ दिखाई देते हैं. उसी तरह भूपेश बघेल के पहुंचने पर भी दिखाई देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
पारिवारिक कार्यक्रम में आया था, पार्टी का कार्यक्रम नहीं था- भूपेश बघेल
ज़ब भूपेश बघेल से जब सवाल किया गया कि सिंहदेव गुट के लोग यहां तक कि सरगुजा जिला अध्यक्ष भी आपके आगमन पर दिखाई नहीं दे रहें हैं तो उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीति या संगठन का कार्यक्रम नहीं था. मैं यहां पारिवारिक कार्यक्रम में मिलने के लिए लोगों से पहुंचा था.
एकजुट नहीं रहे तो भाजपा को हरा पाना मुश्किल- अमरजीत भगत
गुटबाजी को लेकर जब पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के नेता आकर बघेल जी से मिल रहें हैं, सर्किट हॉउस में आकर मिले, दानिश और शफी अहमद जी के यहां आकर मिले. गुटबाजी की कोई बात नहीं है. जिला अध्यक्ष के नहीं आने पर कहा कि इसकी जानकारी तो नहीं है, सभी को मिलकर एक रहना होगा, सब लोग एक रहेंगे तब तो फासिस्टवादी ताकत से निपट पाएंगे, तभी भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में हरा पाएंगे.
पीसीसी चीफ दीपक बैज भी नहीं पहुंचे
अंबिकापुर पीसीसी चीफ दीपक बैज भी आने वाले थे लेकिन वह भी नहीं पहुंचे जबकि उनके लिए अंबिकापुर के उसी विश्राम गृह में कमरा अलार्ट कराए गए थे. जिस विश्राम गृह में भूपेश बघेल ने रात्रि विश्राम किया. हालांकि अमरजीत भगत ने इसे लेकर कहा कि दीपक बैज से उनकी भी बात हुई थी. जब दीपक बैज आएंगे तब उनका भी स्वागत किया जाएगा.
कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे भूपेश बघेल
बता दें कि भूपेश बघेल के सरगुजा आगमन को लेकर, भूपेश बघेल सूरजपुर में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने से पहले अंबिकापुर पहुंचे थे और उन्होंने रात्रि विश्राम अंबिकापुर में ही किया. इस दौरान रात में भूपेश बघेल अपने गुट के लोगों के अलावा शफी अहमद के घर भी पहुंचे. शफी अहमद राजपरिवार और टी एस बाबा के बेहद करीबी भी रहे हैं, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें भटगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से टिकट देने की खूब चर्चा हुई. चर्चा चल रही थी कि सिंह देव ने उन्हें भटगांव विधानसभा सीट से टिकट दिलाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिला तब इसका असर अंबिकापुर विधानसभा सीट में देखने को मिला था.
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दूसरी तरफ दानिश रफीक सरगुजा कांग्रेस जिला कमेटी के अध्यक्ष के प्रमुख दावेदारों में शामिल थे लेकिन उनके जगह पर बालकृष्ण पाठक को संगठन ने जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी दानिश रफीक अजीत जोगी की पार्टी में भी कुछ दिनों तक रह चुके हैं लेकिन कांग्रेस की सरकार आने के बाद दोबारा हुए कांग्रेस में शामिल हो गए थे और अमरजीत भगत के करीबी भी माने जाते हैं.
भूपेश बघेल सुबह जब दानिश रफीक के घर पहुंचे, तब सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने लाइन लगाकर उनसे मुलाकात की और अपनी समस्याएं बताई. कई लोगों ने पार्टी के भीतर की समस्याओं को बताया और कहा की उन्हें जानबूझकर दरकिनार कर दिया गया है.
