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अब तक 92… कौन हैं पखांजूर TI लक्ष्मण केंवट, जो बुलेट पर लिखवाते हैं मारे गए नक्सलियों की संख्या? अब शौर्य चक्र से होंगे सम्मानित

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पखांजूर TI लक्ष्मण केंवट

Pakhanjur TI Lakshman Kewant (तामेश्वर सिन्हा): छत्तीसगढ़ का खूबसूरत ‘बस्तर’ जल्द ही ‘लाल आतंक’ से मुक्ति पाने की राह पर है. लगातार सुरक्षाबलों के जवानों के द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन में नक्सली ढेर हो रहे हैं. वहीं, साय सरकार की आत्मसमर्पण नीति से भी बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं. इस बीच कांकेर जिले के पखांजूर TI लक्ष्मण केंवट को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शौर्य चक्र से सम्मानित करने वाली हैं. यह वही TI लक्ष्मण केंवट हैं, जो अब तक ढेर हो चुके 92 नक्सलियों के शव को बरामद कर चुके हैं और अभी भी उनकी जंग जारी है.

36 सफल मुठभेड़, 92 शव बरामद

कांकेर जिला में नक्सल अभियान के नेतृत्वकर्ता और पखांजुर थाना प्रभारी लक्ष्मण केंवट की पुलिस में भर्ती साल 2007 में हुई थी. इसके बाद साल 2012 में उनकी पोस्टिंग बस्तर के अति संवेदनशील बीजापुर जिले में हो गई. उस समय बस्तर में नक्सलियों ने अपना भयानक आतंक मचाकर रखा हुआ था. बस्तर का नाम सुनते ही सबके रोंगटे खड़े हो जाते थे. अब तक TI लक्ष्मण केंवट 36 सफल पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल हो चुके हैं. इन मुठभेड़ों के दौरान उन्होंने 92 नक्सलियों का शव बरामद किया है.

‘बीजापुर पोस्टिंग हुई तो लगा नौकरी छोड़ दूं’

पखांजुर थाना प्रभारी लक्ष्मण केंवट ने बताया कि साल 2012 में अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर में जब पहली पद स्थापना हुई, तब नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को TCOC के दौरान बड़ी संख्या में नुकसान पहुंचाया जा रहा था. उस समय उनके पास दो ऑप्शन थे. पहला तो नक्सलियों के खौफ से डर कर नौकरी छोड़ कर भाग जाएं या फिर दूसरा देश की सुरक्षा के लिए जान की परवाह किए बिना नक्सलियों से लोहा लें. उन्होंने दूसरा विकल्प चुना और नक्सलियों से लड़ने के लिए लगातार उनकी गुरिल्ला रणनीति, माओवादियों के खिलाफ सूचना संकलन, फोर्स को नक्सलियों के एंबुश पर काउंटर अटैक के लिए तैयार करना,मुठभेड़ में सफल व असफल होने की स्थिति में उसमें जो खामियां थी उसे सीखना-समझना और फोर्स को नक्सलियों से मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार किया. ऐसा करते-करते अब नक्सलियों को मारना उनका पैशन हो गया है.

100 नक्सलियों को मार गिराने का टारगेट

TI लक्ष्मण केंवट ने पहला एनकाउंटर 23 मार्च 2014 में किया था. इसके बाद उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला था. अब तक वह 92 नक्सलियों को ढेर कर उनका शव बरामद कर चुके हैं. वहीं, हर एक एनकाउंटर के बाद वह अपनी बुलेट पर मारे गए नक्सलियों के आंकड़े अपडेट भी कराते हैं. उनका टारगेट है कि बस्तर में पोस्टिंग के दौरान वह 100 नक्सलियों को मार गिराएं.

29 नक्सलियों को घेरकर मारा

TI लक्ष्मण केंवट ने 16 अप्रैल 2023 को कलपर की पहाड़ी में बहुत बड़े नक्सल ऑपरेशन का नेतृत्व किया था. इस दौरान उन्होंने 187 जवानों की टीम के साथ 29 नक्सलियों को घेरकर मारा था.

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14 साल से बना रहे रणनीति

पखांजुर थाना प्रभारी लक्ष्मण केंवट ने बताया कि पिछले 14 साल से नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ऐसी रणनीति बना रहे हैं, जिससे उनको मरने या सरेंडर होने के अलावा कोई दूसरा विकल्प न मिले. नक्सली विरोधी अभियान अभी जारी है.

6 बार राष्ट्रपति पुरस्कार

थाना प्रभारी लक्ष्मण केंवट को 6 बार राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. वहीं, एक बार दक्षता पदक भी मिल चुका है. अब उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शौर्य चक्र से सम्मानित करने वाली हैं. बता दें कि 13 अगस्त को कांकेर व मोहला मानपुर जिले के बॉर्डर में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़, जिसमें DKSZC विजय रेड्डी और डीवीसी लोकेश सलाम को मार गिराने में सफल हासिल हुई वह इस मुठभेड़ में भी शामिल थे.

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