CG News: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिसंबर में आयोजित किया जाएगा. 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक चलने वाला यह सत्र कुल तीन बैठकों का होगा. 14 दिसंबर रविवार को उद्घाटन सत्र रखा गया है. इस बार शीतकालीन सत्र नया रायपुर स्थित नई विधानसभा में आयोजित किया जाएगा. नई विधानसभा में होने वाले इस शीतकालीन सत्र से आगामी कार्यवाही का आगाज़ होगा. हालांकि, सत्र से संबंधित अधिसूचना जारी होना अभी बाकी है.
पुराने विधानसभा भवन में आयोजित हुआ विशेष सत्र
आज यानी मंगलवार के दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा के पुराने भवन में विशेष सत्र का आयोजन किया गया. यह सत्र कई मायनो में बेहद खास रहा. क्योंकि अब आने वाला शीतकालीन सत्र नए भवन में आयोजित किया जाएगा. विशेष सत्र के दाैरान छत्तीसगढ़ के स्वर्णिम संसदीय इतिहास को याद किया. पुराने विधानसभा भवन में आयोजित होने वाला विशेष सत्र का विषय ‘पच्चीस वर्षो की संसदीय यात्रा’ पर केंद्रित रहा. इस सेशन में प्रदेश के 25 सालों के पॉलिटिकल, सोशल और अन्य क्षेत्रों की विकास यात्राओं को याद किया गया.
सीएम विष्णु देव साय विशेष सत्र का किया पोस्ट
सीएम विष्णु देव साय ने पुराने भवन में आयोजित विशेष सत्र को लेकर पोस्ट किया. सीएम ने लिखा कि छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा में वर्तमान विधानसभा भवन हमारी सामूहिक कार्यसंस्कृति, संवाद, लोकतांत्रिक मर्यादाओं और जनसेवा के संकल्प का साक्षी रहा है. पिछले 25 वर्षों में इस भवन ने अनगिनत ऐतिहासिक निर्णयों, महत्त्वपूर्ण बहसों और जनहित से जुड़े विधेयकों को जन्म लेते देखा है. यह भवन प्रदेश के विकास, समृद्धि और मजबूत लोकतंत्र का आधार स्तंभ रहा है.
सीएम ने आगे लिखा कि विधानसभा के विशेष सत्र के अवसर पर, इस ऐतिहासिक भवन की अविस्मरणीय स्मृतियों को संजोते हुए हमने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, कैबिनेट के सभी सदस्यों, विधायकगणों, अधिकारी-कर्मचारियों, पत्रकार साथियों एवं अन्य सभी सहयोगियों के साथ स्मरणीय तस्वीरे ली.
उन्होंने लिखा कि यह क्षण न केवल हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है, बल्कि आगामी जिम्मेदारियों और भविष्य की चुनौतियों के प्रति हमें और अधिक दृढ़ता, प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की प्रेरणा भी देता है. हम सभी के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ ने बीते वर्षों में विकास, सुशासन और जनकल्याण की नई इबारत लिखी है.
उन्होंने लिखा कि अब जब हम नए विधानसभा भवन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, तब यह पुराना भवन अपनी हर दीवार, खिड़की और आँगन के साथ हमारी स्मृतियों में सदैव अंकित रहेगा. यह स्थान छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संसदीय परंपरा, सुसंस्कृत संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का सजीव प्रमाण है.
