Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ राज्य ऐसा राज्य है, जो पूरे देश में महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है. प्रदेश में महिला IAS अफसरों की संख्या भले ही 25% है, लेकिन प्रदेश में ये महिला अफसर उन विभागों को संभाल रही है जिनकी बजट में की कुल हिस्सेदारी 50 फीसदी है.
साय सरकार का आधा बजट महिला अधिकारियों के हाथों में
छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल पेश की है. सीएम विष्णु देव साय सरकार का आधा बजट महिला अफसरों की जिम्मेदारी है. छत्तीसगढ़ में जिन विभागों की बजट में कुल हिस्सेदारी 50 फीसदी है, ऐसे विभागों को महिला अफसर ही संभाल रही हैं.
जानें महिला IAS अफसरों के बारे में
- व्यापमं और मध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव- रेणु जी. पिल्ले
- वन और खाद्य विभाग की सचिव ऋचा शर्मा
- पंचायत और ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी निहारिका बारिक के पास है
- कृषि, पशु और मछलीपालन की सचिव शहला निगार
- आबकारी विभाग की सचिव आर. संगीता
- महिला बाल विकास के सचिव शम्मी आबिदी
- श्रम आयुक्त और पंजीयन की सचिव अलरमेल मंगई डी
- स्वास्थ्य सेवाओं की सचिव डॉ. प्रियंका शुक्ला हैं
- चिकित्सा और शिक्षा की सचिव किरण कौशल हैम
वहीं, अगर केंद्र की बात करें तो… केंद्र सरकार में भी छत्तीसगढ़ की महिला अफसर बड़ी जिम्मेदारी निभा रही हैं. छत्तीसगढ़ कैडर की निधि छिब्बर, डॉक्टर मनिंदर कौर द्विवेदी, संगीता पी, नम्रता गांधी और ऋचा प्रकाश चौधरी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अहम पदों पर सेवाएं दे रही हैं.
बस्तर की दंतेश्वरी महिला बस्तर फाइटर्स
बस्तर की दंतेश्वरी महिला बस्तर फाइटर्स एंटी नक्सल ऑपरेशन में बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं. छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए थुलथुली इलाके में सबसे बड़े नक्सल ऑपरेशन में 38 नक्सली ढेर हुए थे. इस मुठभेड़ में भी इन महिला फाइटर्स की बंदूक से निकली गोलियों ने कई इनामी नक्सलियों का शिकार किया. 2019 में आराध्य देवी दंतेश्वरी के नाम पर इस दल का गठन हुआ था और इन योद्धाओं के दम और साहस को देखते हुए लाल आतंक के खिलाफ हर मोर्चे पर इनको इस्तेमाल किया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक बस्तर में करीब 4000 महिला कमांडो तैनात हैं. दंतेश्वरी महिला बस्तर फाइटर्स के साथ DRG और CRPF बस्तरिया बटालियन की महिला जवान हर असंभव को संभव बनाने के लिए निकल चुकी हैं और नक्सलियों के खात्मे में कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं.
