Hamas leader Ismail Haniyeh: इजरायल ने बीते 24 घंटे में अपने दो बड़े दुश्मनों को मौत की नींद सुला दिया है. ऐसा इजरायली सेना का कहना है. दरअसल, ईरान में एक बड़ा हमला हुआ है, इसमें हमास प्रमुख इस्माइल हानिया और कमांडर फुआद शुकर को ढेर कर दिया गया है. इजरायली सेना का कहना है कि उसने मजदल शम्स में हुए हमले का बदला ले लिया है और बेरूत में हिजबुल्लाह के कमांडर फुआद शुकर को ढेर कर दिया है. इस्माइल हानिया दशकों से हमास का हिस्सा रहा है. हानिया हाल के वर्षों में गाजा में इजरायल के साथ युद्ध के दौरान इसके सबसे प्रमुख नेताओं में से एक के रूप में उभरे. हमास और ईरानी मीडिया ने बुधवार को कहा कि 62 वर्षीय हानिया की ईरानी राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई. हमास ने दावा किया कि हानिया की मौत उसके आवास पर इजरायली “हमले” में हुई. हानिया की मौत हमास के लिए एक बड़ा झटका है, ऐसे समय में जब गाजा में विनाशकारी युद्ध को लेकर पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ रहा है.
हानिया की मौत ईरान के लिए भी बड़ी क्षति
पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल में हमास के नरसंहार के बाद से हानिया छुपा हुआ था. लेकिन तेहरान में उसकी हत्या न केवल हमास के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि यहूदी देश के कट्टर दुश्मन ईरान के लिए भी एक बड़ी क्षति है. इस्माइल हानिया कतर की राजधानी दोहा में रहता था. अरब देश हमास को फंड देता है और हमास के राजनीतिक नेताओं को शरण देता है. कतर इन संबंधों और अपने तेल संपदा का उपयोग वैश्विक राजनीति में पकड़ के लिए करता है. हानिया की हत्या तब की गई जब वह ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के उद्घाटन के लिए तेहरान का दौरा कर रहे थे. माना जाता है कि उन्होंने मंगलवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी.
यह भी पढ़ें: “न जात पर-न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर” का नारा देने वाली कांग्रेस अब ‘मंडल 2.O’ की चैंपियन क्यों बनना चाहती है?
कट्टर दुश्मन हैं ईरान और इजरायल
ईरान और इजरायल कट्टर दुश्मन हैं. इजरायल ने हमेशा से इस्लामी देश के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करके उसे परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकने की कोशिश की है, जबकि ईरान यहूदी राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने के लिए हमास और हिज़्बुल्लाह जैसे समूहों को धन मुहैया कराता है. ब्लूमबर्ग के वरिष्ठ संपादक बॉबी घोष के हवाले से सीएनएन से कहा, “हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता को मारने के लिए ईरान के भीतर हमला करना एक बड़ी उपलब्धि है, यह न केवल हमास के लिए बल्कि इसके मुख्य प्रायोजक ईरान के लिए भी एक बड़ा झटका होगा.” बॉबी घोष ने कहा, “ईरान की धरती पर हानिया की हत्या ईरान के लिए बहुत बड़ी शर्मिंदगी की बात है.”
2006 में कुछ समय के लिए फिलिस्तीनी प्राधिकरण के प्रधानमंत्री रहे हानिया हमास के शीर्ष राजनीतिक नेताओं में से एक थे. 1,000 से अधिक इजरायलियों की हत्या और दर्जनों अन्य को बंधक बना याह्या सिनवार जैसे अन्य सैन्य नेताओं के साथ, इजरायल ने 7 अक्टूबर के हमले के लिए हानिया को दोषी ठहराया था. हालांकि, अब इजरायल ने इस्माइल हानिया की हत्या की जिम्मेदारी ले ली है, इस्माइल हानिया की मौत पर इजरायल के हैरिटेज मिनिस्टर का कहना है कि हानिया की मौत से दुनिया थोड़ी बेहतर हुई है.
इससे पहले 7 अक्टूबर के हमलों के ठीक एक महीने बाद इज़राइल ने गाजा शहर में हानिया के आवास को निशाना बनाया. अप्रैल में हानिया के तीन बेटे भी इज़राइली हवाई हमले में मारे गए. जून में उत्तरी गाजा के शांति शरणार्थी शिविर में एक और हवाई हमले में हानिया के परिवार के 10 सदस्य मारे गए.
इज़रायल ने ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की कैसे की हत्या
2010 से 2020 के बीच 10 वर्षों में परमाणु कार्यक्रम से जुड़े 5 शीर्ष ईरानी वैज्ञानिकों की हत्या कर दी गई है. कई बार, उन्हें मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने गोली मार दी या बमों के ज़रिए दूर से मार दिया. कहा ये भी जा रहा है कि इज़राइल ने 2013 में अमेरिका के दबाव में हत्या अभियान रोक दिया था. हालांकि, उसने कुछ साल बाद इसे फिर से शुरू कर दिया. इजरायल के रक्षा मंत्री मोशे यालोन ने 2015 में जर्मनी के डेर स्पीगल दैनिक को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि अगर ईरान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को जारी रखता है तो इजरायल ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या फिर से शुरू कर सकता है.
2020 में ईरान के एक शीर्ष सैन्य परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह की तेहरान के बाहर एक कार में यात्रा करते समय रिमोट-नियंत्रित मशीन गन से हत्या कर दी गई थी. ईरान ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके बारे में शिया शासन का मानना है कि वे इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के लिए काम करने वाले हत्यारे हैं.